कोडरमा से सीएम हेमंत सोरेन करेंगे आगाज
कोडरमा : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 17 जनवरी को कोडरमा से खतियानी जोहार यात्रा के दूसरे चरण का आगाज करेंगे. मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर जेजे कॉलेज में उतरेगा. यहां से सड़क मार्ग से हुए वे बागीटांड़ स्टेडियम पहुंचेंगे. बागीटांड़ स्टेडियम में 10 से ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है. एक बड़ा मंच भी तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा पूरे शहर मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर बैनर, पोस्टर और कटआउट लगाए जा रहे हैं.
प्रशासनिक तैयारियां पूरी
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासनिक तैयारियां लगभग पूरी हो गई है. उपायुक्त आदित्य रंजन ने कार्यक्रम के बाबत अधिकारियों के साथ बैठक की. खतियानी जोहार यात्रा के बाद मुख्यमंत्री अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे. इसके बाद 18 जनवरी को मुख्यमंत्री का काफिला गिरिडीह के लिए रवाना होंगे.
23 जनवरी को सिमडेगा, 24 जनवरी को पश्चिम सिंहभूम और 31 जनवरी को सरायकेला-खरसावां के साथ पूर्वी सिंहभूम जिला में कार्यक्रम आयोजित होगा. इस दौरान वह संबंधित जिलों में योजनाओं की समीक्षा के साथ-साथ जनता को सरकार का विजन भी बतायेंगे.
पहले चरण की तरह दूसरे चरण की यात्रा को सफल बनाने के लिए जेएमएम पूरा जोर लगा रहा है. पार्टी के रांची स्थित केन्द्रीय कैम्प कार्यालय में कोडरमा, गिरिडीह, सिमडेगा, पश्चिम सिंहभूम, सरायकेला खरसांवा और पूर्वी सिंहभूम के झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं को रांची बुलाकर उन्हें मुख्यमंत्री की खतियानी जोहार यात्रा की जानकारी दी गई.
08 दिसम्बर से शुरू हुई थी मुख्यमंत्री की खतियानी जोहार यात्रा
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की खतियानी जोहार यात्रा की शुरुआत 08 दिसम्बर 2022 को गढ़वा जिले से हुई थी. इस चरण में गढ़वा के साथ साथ, पलामू, गुमला, लोहरदगा, देवघर, गोड्डा में मुख्यमंत्री ने खतियानी जोहार यात्रा के माध्यम से अपनी सरकार का विजन जनता के सामने रखा था.
खतियानी जोहार यात्रा: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ये है उद्देश्य
खतियानी जोहार यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता विनोद पांडे ने कहा कि जिस प्रकार सरकार ने 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति, ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण, अलग से सरना धर्म कोड की मांग, ओल्ड पेंशन स्कीम, यूनिवर्सल पेंशन स्कीम, किसानों की कर्ज माफी जैसे जन सरोकार के मुद्दे पर आगे बढ़ी है और जनाकांक्षाओं के अनुरूप फैसला लिया है,
बड़ी संख्या में राज्य भर से लोग मुख्यमंत्री के आवास पर धन्यवाद देने पहुंच रहे थे, ऐसे में मुख्यमंत्री ने सोचा कि जनता को कोई कष्ट नहीं हो, इसलिए वह खुद जनता के बीच जायेंगे और उन्हें बतायेंगे की सरकार ने अभी तक राज्य के हित में क्या क्या काम किये हैं और भविष्य के लिए उनकी योजनाएं क्या हैं?
रिपोर्ट: कुमार अमित