पटना : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तीन दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। शुक्रवार को छपरा में जनसभा को संबोधित करने के बाद अमित शाह पटना के ज्ञान भवन पहुंचे। यहां वे प्रबुद्धजन सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि फिर से जंगराज को रोकिए, बिहार को उद्योगों वाला राज्य बनाएंगे। उन्होंने पटना में कहा कि 2.0 में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को हटाने से बड़ा जनादेश 3.0 में लालू यादव को रोकने का होना चाहिए।

बिहार संविधान सभा के अध्यक्ष दिया करता था, सामाजिक न्याय के पुरोधा बाबू जी दिए थे – अमित शाह
अमित शाह ने प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी से लेकर कई सालों तक बिहार का देश के राजनीतिक जीवन में, सामाजिक जीवन और देश के इतिहास में बहुत बड़ा योगदान रहा है। मगर आज हम सबको सोचना पड़ेगा कि क्या हो गया उस उज्ज्वल इतिहास वाले बिहार को कि चलते-चलते बीमारू राज्य में उसकी गिनती होने लगी। जो बिहार संविधान सभा के अध्यक्ष दिया करता था, सामाजिक न्याय के पुरोधा बाबू जी दिए थे। जिस बिहार ने आजादी के पहले और आजादी के बाद लोकतंत्र पर जो हमला हुआ, उसके खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया था, उस बिहार को ऐसा क्या हो गया कि एक बीमारू राज्य के रूप में बिहार देश में जाना जाने लगा।

शाह ने कहा- ये कौन सा कालखंड था, जिसमें बिहार बीमारू राज्य बन गया
उन्होंने कहा कि ये कौन सा कालखंड था, जिसमें बिहार बीमारू राज्य बन गया। 15 साल के जंगलराज में ही बिहार ने गौरव, संपत्ति और विद्या तीनों को गंवा दिया था। 15 साल के जंगलराज के कालखंड में बिहार ने अपनी सभी प्रकार की गरिमा, ऐश्वर्य और उत्कृष्टता खो दी थी। कल्पना करिए, वो कैसे 15 साल रहे होंगे। मैं लालू यादव और राहुल गांधी कंपनी से पूछना चाहता हूं कि पहले बिहार में छह चरण में चुनाव होता था, जबकि अब बस दो चरण में चुनाव हो रहा है। छह चरण में इसलिए करना पड़ता था, क्योंकि इतनी सारी सुरक्षा की व्यवस्था ही नहीं हो पाती थी और अब दो चरण में इसलिए हो रहा है क्योंकि बिहार सुरक्षित हो चुका है।

मोदी-नीतीश ने बिहार को उसकी खोई हुई गरिमा पुनः लौटाने का काम किया है – अमित शाह
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के 20 साल के शासन में और 11 साल की डबल इंजन सरकार ने, पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की जोड़ी ने बिहार को उसकी खोई हुई गरिमा पुनः लौटाने का काम किया है। अब बिहार आगे बढ़ने के लिए तैयार है। बिहार तैयार है, देश की राजनीति, देश के अर्थतंत्र, देश की शिक्षा व्यवस्था और देश की कृषि व्यवस्था में अपना पुराना स्थान प्राप्त करने के लिए। बिहार 1.0 में नीतीश ने सुशासन की नींव रखी, इसलिए उन्हें सुशासन बाबू कहा गया। इन्होंने तीन बड़ी व्यवस्थाएं बिहार 1.0 में करी।
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शाह ने कहा- नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से मुक्ति दिलाई, कानून और व्यवस्था की बहाली करी
शाह ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि बिहार को जंगलराज से मुक्ति दिलाई, कानून और व्यवस्था की बहाली करी। भ्रष्टाचारी शासन से बिहार को मुक्ति दिलाई और बिहार में 50 फीसदी महिला आरक्षण भी दिया। ये सशक्त बिहार बनाने का बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। नीतीश कुमार के 20 साल में बिहार की जीएसडीपी 15 गुना बढ़ी है। ये अब 11 लाख करोड़ हो गई है, ये एक बहुत बड़ी नींव है, जिसपर अच्छा काम हो सकता है। 20 साल में राज्य का बजट भी 13 गुना बढ़ा है। राहुल गांधी घुसपैठिया बचाव अभियान लेकर निकले हैं। आप मुझे बताओ, बिहार की मतदाता सूची में घुसपैठियों का नाम होना चाहिए क्या? हम चुनाव आयोग की पहल का समर्थन करते हैं। केवल बिहार ही नहीं, बल्कि पूरे देश की मतदाता सूची से घुसपैठियों को निकाल बाहर करना है।

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