पटना : शारदीय नवरात्रि की शुरुआत आज यानी तीन अक्टूबर से हो चुकी है। पूजा-पंडालों, घरों और मंदिरों में कलश स्थापना के साथ मां की आराधना की जाएगी। पटना सुबह से ही भक्तिमय माहौल दिखना शुरू हो गया है। सभी देवी मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होगी। पटना में कई ऐसे बड़े मंदिर हैं जिसकी देश भर में चर्चा होती है उनमें से एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी भी है। यहां विधि-विधान से लगभग 14 घंटे तक पूजा की जाती है।
आपको बता दें कि बड़ी पटनदेवी मंदिर के मुख्य पुजारी विजय शंकर गिरी ने बताया कि गुरुवार की सुबह 3:30 बजे से पूजा की शुरुआत हुई है। माता का स्नान, पूजन वस्त्र बदलने के साथ वैदिक रीति से विशेष पूजा होगी जो रात के 11 बजे बजे तक चलेगी। इस दौरान मंदिर के गर्भगृह का दरवाजा बंद रहेगा। भक्तों के लिए गर्भगृह के आगे माता की तस्वीर रहेगी जिसका दर्शन कर सकते हैं। सुबह 11 बजे से कलश स्थापना की शुरुआत होगी और 12 बजे पहली आरती होगी।
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वहीं कलश स्थापना के दौरान गर्भगृह का दरवाजा खुला रहेगा। बाहर से लोग देवी का दर्शन कर सकते हैं, लेकिन नारियल फोड़ने और अन्य पूजा नहीं कर सकेंगे। दोपहर तीन बजे तक माता का पाठ चलेगा। ढाई से तीन बजे के करीब दूसरी भव्य आरती होगी। उन्होंने बताया कि दूसरी आरती के बाद माता का भोग लगेगा और दो घंटे तक विधि-विधान से पूजा होगी। 10 बजे माता की तीसरी और अंतिम आरती होगी। इसके बाद गर्भगृह को बंद कर दिया जाएगा।
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