रांची: ग्रामीण इलाकों में मिलावटी सामग्री का कारोबार बढ़ रहा है. इसे रोकने के लिए विभागीय स्तर पर कार्ययोजना तैयार की गयी है. पांच जून के बाद रांची जिले में इसको लेकर अभियान चलाया जायेगा.
जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी सुबीर रंजन ने बताया कि शहरी क्षेत्रों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों पर भी फोकस किया जायेगा. शहरी इलाके में तो नियमित रूप से जांच अभियान चलाया जाता है, लेकिन ग्रामीण इलाकों में अपेक्षित निगरानी नहीं हो पाती है.
इसलिए इस बार शहर के साथ ग्रामीण इलाकों पर भी फोकस करते हुए विभागीय स्तर पर कार्ययोजना तैयार की गयी है. इसको लेकर प्रखंडवार टीम का गठन किया
जायेगा. सूचना के आधार पर टीम छापामारी करेगी और जांच के लिए सामग्री का नमूना एकत्र करेगी. बताया गया कि निगरानी के साथ लोगों को जागरूक भी किया जायेगा.
अभी आमतौर पर यह देखा जाता है लोग सामग्री खरीदने के बाद रसीद नहीं लेते हैं, जबकि रसीद लेना जरूरी है. वहीं, ग्रामीण इलाकों में जो होटल चला रहे हैं, वह भी जिससे दूध, पनीर आदि का क्रय कर रहे हैं, उनसे रसीद अवश्य प्राप्त करें.
क्योंकि, विभाग के पास जो सूचना है, उसके मुताबिक गर्मी के मौसम में जब दूध और पनीर की मांग बढ़ती है और दूसरी तरफ उत्पादन में कमी आ जाती है, तो इस कमी को दूर करने के लिए ग्रामीण इलाकों में मिलावट का सहारा लिया जा रहा है.