रांची: राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने हाल ही में मीडिया से बात करते हुए 2024 के चुनाव को लेकर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने सबसे पहले दुर्गा पूजा और विजय दशमी की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि यह दिन देश और झारखंड के लिए विशेष है। इसके बाद उन्होंने राजनीतिक सवालों का जवाब देते हुए कहा कि 2024 में उनकी पार्टी मजबूत स्थिति में है और जनता गठबंधन की सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के काम से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि झारखंड में गठबंधन सरकार ने जो काम किया है, उसके आधार पर लोग फिर से उन्हें मौका देने का मन बना चुके हैं।
महुआ माजी ने बताया कि 2019 के चुनाव में भी यही तय किया गया था कि सीटें उसी पार्टी को दी जाएंगी जिसके उम्मीदवार पहले या दूसरे स्थान पर रहे हों। उन्होंने कहा कि इस बार भी इंडिया गठबंधन के नेताओं ने यही निर्णय लिया है कि सीटें उसी उम्मीदवार को दी जाएंगी जो जीतने की सबसे ज्यादा संभावनाएं रखता हो। यह फैसला पार्टी के आंकड़ों और उम्मीदवारों की स्थिति के आधार पर होगा, न कि केवल सीटों को बांटने के लिए।
महुआ माजी ने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर पर बातचीत चल रही है और पार्टी नेतृत्व इसे बहुत गंभीरता से ले रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि हर बात को पहले से सार्वजनिक करना आवश्यक नहीं है, क्योंकि ऐसा करने से विपक्षी दल षड्यंत्र करने लगते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि कई बार जब उम्मीदवारों के नाम पहले से घोषित कर दिए जाते हैं, तो विरोधी दल उन्हें तंग करने और परेशान करने की कोशिश करते हैं।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महुआ माजी ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि भारत विविधता में एकता का देश है। लेकिन उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ही वह पार्टी है जो धर्म के नाम पर लोगों को बांटने और ध्रुवीकरण करने का काम करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा की राजनीति का मुख्य आधार लोगों को धर्म के नाम पर विभाजित करके वोट हासिल करना है।
उन्होंने असम के मुख्यमंत्री और झारखंड प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि हेमंत सोरेन को जेल भेजने के बाद नए मुख्यमंत्री के साथ उनकी छह महीने से बातचीत चल रही थी। महुआ माजी ने इसे भाजपा की षड्यंत्रकारी राजनीति का हिस्सा बताया और कहा कि भाजपा बाहर से साठ-गांठ करके झारखंड में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने षड्यंत्र करके झारखंड की राजनीतिक स्थिरता को भंग करने की योजना बनाई है।