कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एक बार फिर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंकने का मामला सामने आया है. जिसमें ट्रेन के शीशे को थोड़ा नुकसान पहुंचा है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है. जानकारी के मुताबिक, वंदे भारत के C14 कम्पार्टमेंट पर पत्थर फेंके गये थे. इस घटना की वजह से ट्रेन को बोलपुर स्टेशन पर काफी देर रोकना पड़ा, जबकि यहां सिर्फ़ 2 मिनट का ही स्टॉपेज है. गनीमत रही कि इस पथरबाज़ी में किसी यात्री को चोट नहीं आई.
प्रधानमंत्री मोदी ने 30 दिसंबर 2022 को दिखाई थी हरी झंडी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 30 दिसंबर को बंगाल में वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी. इसके बाद 1 जनवरी और फिर 2 जनवरी को ट्रेन पर पत्थर फेंकने की घटना सामने आई थी. इस बारे में पूर्वी रेलवे की CPRO ने एक बयान भी दिया था.

उन्होंने कहा था कि वीडियो फुटेज स्कैन करने के बाद ये पता चला है कि सोमवार (1 जनवरी) को हुई पत्थरबाजी मालदा जिले में हुई थी. वहीं मंगलवार (2 जनवरी) की घटना बिहार के किशनकंज की थी. उनकी तरफ से जोर देकर कहा गया कि आरोपियों को पकड़ने का प्रयास जारी है. अब जांच तो जारी है ही, लेकिन बीजेपी ने इस मामले में NIA तफ्तीश की मांग उठा दी है.
बंगाल को बदनाम करने की कोशिश – ममता बनर्जी
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 1 और 2 जनवरी को हुई पत्थरबाजी की घटना से इनकार कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वंदे भारत पर बिहार में पत्थर फेंके गए थे, पश्चिम बंगाल में नहीं. जिन भी लोगों ने झूठ फैलाने का काम किया है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हमारे राज्य को बदनाम करने की कोशिश हो रही है. वैसे भी वंदे भारत कोई नई ट्रेन नहीं है. ये तो एक पुरानी ट्रेन है जिसमें नया इंजन लगा दिया गया है.