मुजफ्फरपुर/गया : परीक्षा पे चर्चा 2025 का आयोजन आज यानी 10 फरवरी को किया गया, जिसमें काफी संख्या में देश के अलग-अलग राज्यों के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परीक्षा के दरमियान बच्चों को क्या करना चाहिए, इससे संबंधित कई सारे टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि एग्जाम प्रेशर से लड़ने के लिए पुराने प्रश्न पत्रों को हल करने की सलाह दी है। इससे आप समय पर पेपर हल करने का गुण सीखेंगे और इससे एग्जाम के समय प्रेशर भी कम होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिप्रेशन से लड़ने के लिए छात्रों को गुरु मंत्र दिया है। डिप्रेशन से लड़ने के लिए घर में सभी से लगातार बातचीत करने की सलाह दी है। पीएम ने कहा कि अक्सर बच्चे जब बड़े हो जाते हैं तो वे अपने माता-पिता से बातें छिपाने लगते हैं, उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए और लगातार अपनी बातें शेयर करते रहें, जिससे वे कभी भी डिप्रेशन का शिकार नहीं होंगे।
केंद्रीय विद्यालय मुजफ्फरपुर में आयोजित कार्यक्रम में 11वीं कक्षा की हर्षिता और दीप्ति कुमारी ने बताया कि परीक्षा के दरमियान सकारात्मक माइंड सेट के साथ रहना चाहिए और टेक्नोलॉजी का सही उपयोग करना चाहिए। वहीं कक्षा 11वीं के आदित्य राज और कक्षा नवीं के कमल ने आंसर करने बताया कि परीक्षा में ज्यादा लंबा ना लिखकर सटीक सटीक उत्तर लिखकर समय बचाना चाहिए। साथ ही परीक्षा का प्रेशर ना लेते हुए पढ़ाई करते हुए भी ग्लोबल वार्मिंग से पर्यावरण को बचा सकते हैं।
बिहार के लाल ने बढ़ाया गौरव : पीएम मोदी के कार्यक्रम में गया के विराज ने बटोरी सुर्खियां
बिहार के लिए गर्व का क्षण, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आयोजित ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम में गया के होनहार छात्र विराज कुमार ने पूरे राज्य का प्रतिनिधित्व किया। 11वीं के छात्र विराज ने अपने आत्मविश्वास और शानदार सवाल से न सिर्फ कार्यक्रम में अपनी छाप छोड़ी, बल्कि बिहार का नाम भी रोशन किया। इस उपलब्धि से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा बिहार गदगद है।
विराज जो गया के टी मॉडल स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं, बिहार से इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में शामिल होने वाले अकेले छात्र थे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने स्कूल के शिक्षकों को दिया। शिक्षकों ने मुझे इस काबिल समझा और शुरुआती टेस्ट में भाग लेने का अवसर दिया। यह उन्हीं की मेहनत और मार्गदर्शन का परिणाम है। विराज ने बताया कि शुरू में किसी को यह जानकारी नहीं थी कि परीक्षा पर चर्चा में भाग लेना है। स्कूल स्तर पर टेस्ट हुआ, और मैं चयनित हो गया। पूछा गया था कि परीक्षा पर चर्चा से आप क्या समझते हैं। उसमें मैं सफल हुआ। इसके बाद मुंबई में यशराज स्टूडियो में दीपिका पादुकोण के साथ शूटिंग की गई। शूटिंग शानदार रही और इसके बाद पीएम मोदी के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चयन हुआ। हमें इस बात को गोपनीय रखने के निर्देश दिए गए थे, और हमने इसका पूरी तरह पालन किया।
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विराज ने पूछा खास सवाल
कार्यक्रम के दौरान विराज ने प्रधानमंत्री से लीडरशिप पर सवाल किया। उन्होंने पूछा कि आप लंबे समय से पीएम हैं और ग्लोबल लीडर भी। क्या वह दो-तीन बातें हैं जो हम बच्चों के लिए जरूरी हैं। इस पर पीएम मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा कि बिहार का लड़का राजनीति से जुड़ा सवाल न पूछे, यह हो ही नहीं सकता। पीएम ने लीडरशिप के लिए बेहतर ज्ञान, समाज के लिए कुछ कर गुजरने की चाहत और एक मजबूत दृष्टिकोण को अहम बताया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने तिल से निर्मित मिठाई भी सभी बच्चों को भेंट किया।
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परिवार में खुशी की लहर
विराज की इस उपलब्धि ने उनके परिवार को गर्व से भर दिया। कार्यक्रम को पूरे परिवार ने साथ बैठकर देखा। उनके दादा राम लखन स्वर्णकार, दादी सावित्री देवी, मां संगीता देवी, भाभी और बुआ ने कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। सभी ने विराज की मेहनत और प्रधानमंत्री के साथ बातचीत को सराहा।
बिहार के लिए गर्व का पल
विराज की इस उपलब्धि ने एक बार फिर साबित कर दिया कि बिहार के बच्चों में असीम प्रतिभा है। यह न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व की बात है। बिहार जैसे राज्य से निकलकर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना आसान नहीं, लेकिन विराज ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिखाया। यही वजह है कि पूरा परिवार दादा रामलखन स्वर्णकार, दादी सावित्री देवी, मां संगीता देवी व बुआ और भाभी ने परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का लुत्फ उठाया। यह कहानी केवल विराज की नहीं, बल्कि बिहार की क्षमता, मेहनत और सपनों की भी है। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में बिहार की आवाज बनने वाले विराज ने साबित कर दिया कि अगर जज्बा और सही मार्गदर्शन मिले, तो सफलता की ऊंचाइयों को छूना नामुमकिन नहीं।
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संतोष कुमार और आशीष कुमार की रिपोर्ट