पटना : केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार यानी 17 दिसंबर को लोकसभा में ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल पेश किया। इस पर बिहार में विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बिल का विरोध करते हुए कहा कि राजद ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ के खिलाफ है। यब बिल संवैधानिक ढांचे पर प्रहार है। तेजस्वी आज ‘कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा’ को लेकर मधेपुरा पहुंचे। यहां पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का विरोध करते हुए कहा कि इससे क्षेत्र के मुद्दे गौण हो जाएंगे। प्रदेश के चुनाव स्थानीय मुद्दे पर होते हैं, वह मुद्दा समाप्त हो जाएगा। तेजस्वी ने वन नेशन, वन इलेक्शन पर बीजेपी को संविधान विरोधी बताया।
RSS के एजेंडे को लागू करना चाहती है BJP
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एजेंडे को लागू करना चाहते हैं, इसलिए हमलोग कहते हैं कि ये लोग संविधान के विरोधी हैं। अभी भाजपा के लोग कह रहे हैं, ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’, फिर आगे कहेंगे ‘वन नेशन, वन पार्टी ‘ और उसके बाद कहेंगे कि ‘वन नेशन, वन लीडर’। आखिर इसका मतलब क्या है? बाद में पता चलेगा कि अब प्रदेश में विधानसभा चुनाव की जरूरत ही नहीं है, नॉमिनेटेड मुख्यमंत्री दे दो। इसलिए, भाजपा के लोग मुख्य मुद्दे पर बात ही नहीं करते हैं।
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विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च करते हैं प्रधानमंत्री
उन्होंने कहा कि इसे लेकर कम खर्च होने का तर्क दिया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विज्ञापन पर करोड़ों रुपए खर्च करते हैं। 11 साल में केंद्र सरकार विज्ञापन पर कितना खर्च की है, यह बता दें। इस दौरान उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रस्तावित ‘महिला संवाद यात्रा’ को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी 15 दिन की यात्रा पर दो अरब 25 करोड़ 78 लाख रुपए खर्च कर रहे हैं, जदयू के सांसद व केंद्रीय मंत्री ललन सिंह बताएं कि यह पैसा कहां से आया।
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