रांची: तेनुघाट की एक यूनिट से उत्पादन ठप हो जाने के बाद मंगलवार को राजधानी रांची में भी बिजली संकट गहरा गया.
स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) से शाम 5:17 बजे से 5:19 बजे के बीच बिजली कटौती संबंधी निर्देश जारी किये गये.
इसके बाद राजधानी के तीनों 132/33 केवी ग्रिडों से सभी 33 केवी पावर सब स्टेशनों को करीब आधी बिजली की सप्लाई बारी-बारी से की जाने लगी. राजधानी रांची में भी पीक आवर में लोड शेडिंग शुरू हो गयी.
हटिया ग्रिड से 130 मेगावाट की जगह केवल 70 मेगावाट बिजली मिल रही थी. इस कारण शहर के सभी इलाकों में एक एक घंटा पर शेडिंग कर बिजली आपूर्ति की जा रही थी. हरमू, मेन रोड, लालपुर, मोरहाबादी, कांके रोड, रातू रोड, एचइसी, अशोक नगर, हिंदपीढ़ व कडरू समेत सभी हिस्सों में लोड शेडिंग की जा रही थी.
ज्ञात हो कि ट्यूब लीकेज की वजह से दिन के 9.15 बजे तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन की दो नंबर यूनिट से बिजली उत्पादन ठप हो गया. इस कारण पूरे राज्य में लोड शेडिंग कर आपूर्ति की गयी. वहीं, राज्य भर में 1600 की जगह केवल 1100 मेगावाट बिजली मिल रही थी.
तेनुघाट की एक नंबर यूनिट से 180 मेगावाट उत्पादन हो रहा था. जबकि, दो नंबर यूनिट बंद होने से 150 मेगावाट बिजली की कमी हो आज चालू हो जायेगी तेनुघाट की दो नंबर यूनिट टीवीएनएल के एमडी अनिल शर्मा ने बताया कि ट्यूब लीकेज की वजह से यूनिट नंबर दो को बंद करना पड़ा है. मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है. बुधवार से यूनिट नंबर दो चालू हो जायेगी.
गयी. वहीं, सिकिदिरी हाइडल को पानी कम होने की वजह से बंद कर दिया गया. इसके चलते 130 मेगावाट बिजली कम मिलने लगी.
इसके अलावा, एनटीपीसी का हीं-पल्ली प्लांट भी ठप हो गया है. इस प्लांट से झारखंड को 130 मेगावाट बिजली मिलती थी.
सिक्किम हादसे की वजह से पूर्व से ही झारखंड को हाइडल प्लांट से 200 मेगावाट बिजली नहीं मिल रही है. बताया गया कि राज्य भर में 460 से लेकर 500 मेगावाट की कमी हो गयी. इस कारण लोड शेडिंग कर आपूर्ति की जा रही थी.