बक्सर : बिहार के बक्सर से एक बड़ी खबर आ रही है। बक्सर के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में सुबह-सुबह उस वक्त दहशत का माहौल कायम हो गया जब अचानक एक जगह पर बालू रखने की जगह की वजह से गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा। गोलीबारी में तीन व्यक्ति की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं दो व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए। गोलीबारी से गांव में चारों अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया। जबतक कुछ लोग समझ पाते तब तक पांच व्यक्ति की गोली लग चुकी थी। जिसमें तीन व्यक्ति कि घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
2 व्यक्ति गंभीर रूप से घायल, इलाज के लिए बनारस रवाना
वहीं दो व्यक्ति गंभीर रूप से जख्मी है। दोनों का इलाज बनारस ट्रामा सेंटर में किया जा रहा है। मृतक की पहचान अहियापुर निवासी 40 वर्षीय सुनील सिंह पिता दया शंकर सिंह, 50 वर्षीय विनोद सिंह पिता बबन सिंह एवं 35 वर्षीय वीरेंद्र सिंह पिता काशीनाथ सिंह है। जिसमें दो अन्य की हालत गंभीर है। जिसमें पूजन सिंह पिता ललन सिंह 40 वर्ष एवं मंटू सिंह पिता दया शंकर सिंह 35 वर्ष है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर एसपी दलबल के साथ पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं।
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बक्सर गोलीकांड में मरने वालों की संख्या हो गई 4
बक्सर जिले के राजपुर थाना क्षेत्र के अहियापुर गांव में शनिवार अहले सुबह हुए ताबड़तोड़ गोलीकांड में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। सूत्रों के मुताबिक, दोपहर बाद वाराणसी में इलाज के दौरान 35 वर्षीय युवक की मौत हो गई। इससे पहले व्यवसायी विनोद सिंह यादव और सुनील सिंह यादव की घटनास्थल पर मौत हो गई थी, जबकि वीरेंद्र सिंह यादव ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस वारदात में एक ही परिवार के छह लोग निशाना बने, जिनमें कई की हालत अब भी गंभीर है। हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हो सकी है।
ट्रिपल हत्याकांड मामले में बक्सर आए शाहाबाद के DIG
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए शाहाबाद रेंज के डीआईजी डॉ. सत्य प्रकाश स्वयं मौके पर पहुंचे और जांच का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि इस घटना में तीन लोगों की हत्या हुई है जबकि दो अन्य को गोली लगी है, जिनमें से एक की हालत नाजुक है। पत्रकारों से बात करते हुए डीआईजी ने कहा कि हत्या की सूचना मिलते ही वे स्वयं, एसपी शुभम आर्य, डीएम और अन्य अधिकारियों के साथ सुबह से ही मौके पर जुटे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए विशेष टीम गठित कर दी है और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।

थाने में बैठकी लगाने का आरोप निकला सही तो थानाध्यक्ष पर गिरेगी गाज
जब ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया कि आरोपी पहले भी थाने में आकर बैठकी लगाते थे और थानाध्यक्ष से उनके संबंध मधुर रहे हैं। तब इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डीआइजी ने कहा कि इन आरोपों की भी जांच होगी। उन्होंने यह भी बताया कि जिस व्यक्ति पर मुख्य आरोप है वह वर्ष 2024 में चार्जशीटेड रहा है।
पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स तैनात, आरोपियों को पकडने ले लिए दबिश जारी
दरअसल, इस घटना को लेकर इलाके में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात है. फिलहाल पुलिस की दबिश लगातार जारी है और प्रशासन इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा करने में पूरी ताकत झोंक चुका है। इलाके में तनावपूर्ण शांति बनी हुई है, जबकि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

बालू के व्यापारी को लेकर हुई बहस के बाद शनिवार को हत्याकांड
आपको बता दें कि अहियापुर में बालू व्यवसाय को लेकर हुए विवाद के बाद शनिवार की सुबह ही आरोपी पहुंच गए और उन्होंने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में घटनास्थल पर ही गिट्टी-बालू व्यवसायी विनोद सिंह यादव और सुनील सिंह यादव की मौत हो गई, जबकि इलाज के दौरान वीरेंद्र सिंह यादव ने भी दम तोड़ा था। सूचना मिल रही है कि इन्हें के भतीजे मंटू यादव की हालत भी गंभीर बनी हुई है जबकि एक अन्य भी घायल हैं जिनका इलाज वाराणसी में ही हो रहा है।
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धीरज कुमार की रिपोर्ट
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