रांची: शहर में ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर शिकंजा कसने के लिए लगाए गए ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) कैमरे अब चालान भेजने की गति तेज कर चुके हैं। लेकिन कुछ शातिर लोग इस तकनीक को भी चकमा देने के नए तरीके अपना रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें ट्रक मालिक सैनी कुमार सोनी के वाहन (नंबर JH01DU-0680) का नंबर एक स्कूटी पर लगाया गया। स्कूटी चालक ने हेलमेट नहीं पहना था, जिससे एएनपीआर कैमरे ने उसे पकड़ लिया और 1000 रुपए का चालान जारी कर दिया। लेकिन चालान स्कूटी चालक के बजाय ट्रक मालिक सैनी कुमार सोनी के पास पहुंच गया।
यह न केवल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह एक गंभीर अपराध भी है। नियमों के अनुसार, फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल करने पर प्राथमिकी दर्ज कर वाहन जब्त किया जा सकता है। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि यह एक ऑटोमेटेड सिस्टम है, इसलिए जिस वाहन का नंबर कैमरे में दर्ज होता है, चालान उसी नंबर के मालिक को भेज दिया जाता है।
हाल के दिनों में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है, जहां लोग चालान से बचने के लिए या तो दूसरों के नंबर प्लेट अपने वाहनों पर लगा रहे हैं या फिर अपने नंबर को ढंककर या पेंट चढ़ाकर कैमरे से बचने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे फर्जीवाड़े पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।