रांची: मुख्यमंत्री 14 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष प्रस्तुत नहीं होंगे। उन्होंने जांच एजेंसी से समय की मांग की है। इस मुद्दे पर शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें यह समझौता हुआ।
बैठक में महाधिवक्ता राजीव रंजन, सीएम के सचिव विनय कुमार चौबे, झामुमो के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद कुमार पांडेय, आदि मौजूद थे। महाधिवक्ता की राय के आधार पर निर्णय लिया गया कि सीएम जांच एजेंसी से समय मांगेंगे।
पिछली बार जब सीएम को पूछताछ के लिए बुलाया गया था, तब उन्होंने समय की मांग की थी। जांच एजेंसी ने उनकी इस मांग को स्वीकार किया था। इसके परिणामस्वरूप, दूसरे समन पर वे पूछताछ के लिए प्रस्तुत हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, इस बार मुख्यमंत्री 15 अगस्त को, डुमरी उपचुनाव के संदर्भ में, समय की मांग कर सकते हैं।
डुमरी उपचुनाव के मुद्दे में शनिवार को राज्य के महागठबंधन की पहली बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि बेबी देवी महागठबंधन की प्रत्याशी बनेंगी। उन्होंने 17 अगस्त को अपना नामांकन करने का निर्णय लिया है।
इसमें मुख्यमंत्री सहित गठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। सीएम आवास पर बैठक के बाद, मंत्री आलमगीर आलम ने यह कहा कि इस चुनाव में झारखंड का महागठबंधन इंडिया गठबंधन को जीत का तोहफा प्रदान करेगा। यह जीत स्व. जगरनाथ महतो की याद में समर्पित होगी।
चुनाव में आजसू-भाजपा गठबंधन के प्रत्याशियों के संदर्भ में नेताओं ने बताया कि इसका कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मांडर उपचुनाव में भी भाजपा-आजसू संयुक्त रूप से लड़ी थी, लेकिन जीत कांग्रेस को मिली थी। इसलिए डुमरी में भी हमें अपने परंपरागत वोटों का समर्थन मिलेगा और वे जीत का पर्चम लहराएंगे।
वहां सांसद विजय हांसदा ने बताया कि डुमरी के पास के प्रखंडों के नेताओं को भी उपचुनाव में समर्पित होने का निर्देश दिया गया है। चुनावी सभाएं कब और कहां होंगी, इसकी रणनीति अब तय की जाएगी।
बैठक में मंत्री हफीजुल हसन, झामुमो के महुआ माजी, सुदिव्य कुमार सोनू, सुप्रियो भट्टाचार्य, विनोद कुमार पांडेय, कांग्रेस के जलेश्वर महतो, अनूप सिंह, शहजादा अनवर, और अन्य नेताओं की उपस्थिति थी।
इस बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रत्येक बूथ पर कार्यकर्ताओं की नियुक्ति अब से की जाएगी। वे सभी घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान चलाएंगे। वे राज्य सरकार की उपलब्धियों और स्वर्गीय जगरनाथ महतो के कार्यों को जनता के बीच पहुंचाएंगे।