बाढ़ : गंगा की जल स्तर में हुई अप्रत्याशित वृद्धि ने पटना के अथमलगोला प्रखंड अंतर्गत रामनगर दियारा पंचायत को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। पूरा दियारा क्षेत्र टापू में तब्दील हो गया। पंचायत के अधिकांश लोग ऊंचे जगहों पर शरण लिए हुए हैं। स्थानीय प्रशासन सबनीमा पुल को बाढ़ राहत शिविर बना दिया है।
यहां पिछले कई दिनों से अपने मवेशियों के साथ कई परिवार रह रहे हैं। लेकिन इस पुल पर विस्थापित परिवारों को शुक्रवार शाम तक कोई राहत स्थानीय प्रशासन द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई है। जबकि पटना डीएम और अनुमंडल अधिकारी बाढ़ द्वारा पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थानीय प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
कुछ लोगों को पॉलिथीन सीट मिली है, कुछ को नहीं। शौचालय का भी कहीं अता-पता नहीं है। नाश्ता, खाना-पानी, मवेशी की चारा का कोई व्यवस्था नहीं है। इस राहत शिविर के लोग अपना और अपने मवेशी की भोजन-पानी खुद जुगाड़ करने को विवश हैं। लगातार जलस्तर में वृद्धि होने के कारण लोगों को शिविर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। हालांकि सबनीमा हाई स्कूल में विस्थापित परिवारों के लिए सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन देने और बाढ़ प्रभावित परिवार के लिए राहत पैकेट उपलब्ध कराने की बात की जा रही है।