रांचीः मोरहाबादी स्थित रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय विभाग में करम महोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन शामिल हुए. इस बीच राज्यपाल कलाकारों के साथ मांदर की थाप पर झूमते-नाचते नजर आए. कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि आज हम करम पूजा मना रहे हैं. एक समय था जब इस तरह के त्योहार को विकासशील देश नजरअंदाज करते थे. लेकिन आज हमारे सभी पारंपरिक त्योहारों को विकसित अर्थव्यवस्था और पश्चिमी सभ्यता को अहमियत देने वाले लोगों द्वारा सराहा जा रहा है.
आज हम पेड़ को भगवान के रूप में पूजते हैं. यानी हम प्राकृतिक देवता की पूजा कर रहे हैं. यह एक महान परंपरा है और हमें इस पर बहुत गर्व है. हम हर जीब की पूजा कर रहे हैं, हम हर पेड़ की पूजा कर रहे हैं, हम हर प्राकृतिक चीज की पूजा कर रहे हैं. आज दुनिया इसे स्वीकार कर रही है.
राज्यपाल कहा कि दुनिया में असली पर्यावरणविद हमारे आदिवासी लोग हैं. पर्यावरण की रक्षा करना आदिवासी लोगों की मूलभूत विशेषता है. पर्यावरण की रक्षा करना न केवल आदिवासियों के खून में है, बल्कि आदिवासी लोगों के जीन में है. इसलिए कुछ कहने की जरूरत नहीं है..आदिवासी दुनिया के वास्तविक हरित आंदोलन के सदस्य हैं. मैं वास्तव में पर्यावरण की इस तरह से रक्षा करने के लिए हमारे जनजातीय लोगों को सलाम करता हुं. इससे भारत और दुनिया सुरक्षित रहेगी. पर्यावरण की रक्षा देश की सेवा की तरह है. आज हमारी संस्कृति को पूरी दुनिया अपना रही है.
कार्यक्रम में बीजेपी सांसद संजय सेठ, रांची विश्वविद्दालय के कुलपति अजीत कुमार सिन्हा, डीएसपीएमयू के कुलपति तपन कुमार शांडिल्य, ओपेन विवि के कुलपति टीएन साहू भी उपस्थित रहे.