Dhanbad– बोकारो धनबाद में भोजपुरी, मगही, अंगिका का जारी विरोध के बीच धनबाद के सांसद पीएन सिंह
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ने हेमंत सरकार भाषा विवाद के नाम पर अपनी नाकामियों को छुपाने का आरोप लगाया है.
पीएन सिंह ने कहा है कि यह पूरा विरोध प्रर्दशन सरकार प्रायोजित है ताकि मुख्य मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाया जा सके. हेमंत सरकार ने युवाओं को पांच लाख नौकरिया देने की घोषणा की थी, लेकिन सरकार इसमें पूरी तरह असफल हुई,
उसी असफलता को भाषा विवाद की आड़ में छुपाया जा रहा है.
यदि पुतला जलाने से युवाओं को नौकरी मिलती है तब मैं खुद भी जलने के लिए तैयार हूं- राज सिन्हा
इस बीच धनबाद से भाजपा विधायक राज सिन्हा ने कहा है कि यदि मेरा पुतला जलाने से झारखंड के
लाखों युवाओं को नौकरी मिल जाती है तो मैं खुद भी जलने को तैयार हूं.
राज सिन्हा ने भोजपुरी, मगही, अंगिका का जारी विरोध के लिए सरकार को जिम्मेवार बताते हुए कहा कि सरकार पर मुख्य मुद्दे
से भटकाने के लिए इस विवाद को हवा दे रही है.
सरकार की मंशा है कि युवा इस विवाद में फंसे रहे और युवाओं की नौकरी और रोजगार का मुद्दा गौण हो जाय.
आज तो आदिवासी-मूलवासियों की सरकार है, यह निर्णय भी सरकार का है और समाधान भी सरकार को ही करना है.
बता दें कि धनबाद और बोकारो में भोजपुरी मगही और अंगिका को क्षेत्रीय भाषा के रूप में शामिल किए जाने के
बाद लगातार विरोध हो रहा है. इन भाषाओं के विरोध में मानव श्रृंखला भी निकाली गयी थी.
इसके साथ ही सांसद, विधायक और मुख्यमंत्री की शव यात्रा निकाल कर
प्रर्दशनकारियों ने अपना मुंडन भी करवाया था.
रिपोर्ट- राजकुमार
सरकार प्रायोजित है भाषा विवाद, सरकारी कॉलनियों की भाषा है भोजपुरी-मगही- लालचंद महतो