गया : अवैध शराब- बिहार पुलिस अब तोते से शराब धंधेबाजों की जानकारी जुटा रही है. वह तोते से बात कर शराब बनाने के तरीके और धंधेबाज की जानकारी जुटाने में जुटी है. ताजा मामला गुरुआ थाना क्षेत्र की है. हालांकि तोता अपने स्वामी का बड़ा भक्त निकला उसने बिहार पुलिस को अपने मालिक को कुछ भी नहीं बताया. इससे निराश होकर पुलिस की टीम बैरंग लौट गई.

अवैध शराब: छापेमारी करने गई थी पुलिस की टीम
दरअसल दारोगा कन्हैया कुमार पुलिस टीम के साथ एक गांव में छापेमारी करने गए थे. वे शराब धंधेबाज को पकड़ने के लिए पूरी तैयारी से मंगलवार की रात गए थे. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही धंधेबाज और उसके परिवार के सदस्य घर छोड़ कर मौके से फरार हो गए. पुलिस जब घर के अंदर घुसी तो उसे वहां कोई नहीं मिला. मिला तो बस एक तोता. वह भी पिंजरे में बंद.

मालिक का निकला सच्चा भक्त, नहीं बताया कुछ भी
तोते ने घर में बाहरी व्यक्ति को देखा तो वह जोर-जोर से आवाज निकालने लगा. इस पर पुलिस का ध्यान उस ओर गया. टीम को लीड कर रहे दारोगा को लगा कि शराब धंधेबाज की कुछ अहम जानकारी शायद तोता दे सकता है. यही सोच कर वह तोता से सच्चाई को जानने में जुट गए. शराब धंधेबाज का अतापता पूछने लगे. लेकिन तोता भी अपने मालिक का सच्चा भक्त निकला.
वह अपने मालिक और घर वालों की आवाज को शायद पहचानता था. इसलिए उसने कुछ भी नहीं बोला. हालांकि गुरुआ पुलिस तोते से शराब धंधेबाज अमृत मल्लाह कहां गया. बार-बार पूछती रही पर तोते की ओर से कोई जवाब नहीं मिला. उलटा उसने चुप्पी साध ली और अपनी गर्दन झुका कर शांत हो गया. जब कोई जवाब नहीं मिला तो पुलिस यह कह रही है कि अच्छा मिठु तो अमृत मल्लाह कटोरे में शराब बनाता है. इस पर भी तोता कुछ विशेष नहीं बोला. वह सिर्फ रुपु कटोरे-कटोरे ही बोलता रहा.
अवैध शराब: जानिये क्या बोले दारोगा
इसके बाद दारोगा कन्हैया कुमार ने कहा कि यह एक कोशिश थी कि शायद कुछ जानकारी मिल जाए. लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका. तोता शायद अपने मालिक और उसके परिवार के लोगों की आवाज पहचानता है. जिसकी वजह से वह कोई जानकारी नहीं दे सका.
रिपोर्ट: आशीष