औरंगाबाद : इन दोनों औरंगाबाद में प्रत्येक चौक-चौराहा पर जाम की समस्या बनी हुई है औरंगाबाद शहर वासी जाम की समस्या से त्रस्त है। स्कूली मासूम बच्चे जहां घंटो ट्रैफिक में फंसे पड़े रहते हैं वहीं जीवन रक्षक वाहन एम्बुलेंस भी जाम से अछूता नहीं है। ट्रैफिक जाम कि समस्या को सुचारू रूप से संचालित करने की जहां पुलिस, और ट्रेफिक पुलिस की जिमेददारी बनती है। लेकिन आय दिन औरंगाबाद में ट्रैफिक समस्या जी का जंजाल बनाता दिखाई दे रहा है। सरकारी सिस्टम फेल हो चुका हैॉ। अब तो ट्रेफिक समस्या को निजात दिलाने आम लोग सड़क पर उतर कर ट्रेफिक समस्या को दुरुस्त करते देखें जा रहें है, लेकीन ट्रैफिक पुलिस नही दिख रही। और उम्मीद भी नहीं है की पुलिस अपना कार्य तत्परता से करेगी।
बताते चलें की शहर में बड़ी गाड़ियों का चलन का समय सीमा निर्धारित की गई है, जो रात्रि नौ बजे के बाद सुबह नौ बजे तक ही ही शहर में प्रवेश अधिकार दिया गया है, बावजूद इसके पुलिस वालों के समक्ष ही ओवरलोडेड बड़ी गाड़िया ट्रक, हाइवा, का प्रवेश, कहीं सेटिंग इंट्री तो नहीं ? जो कैमरे से ली गई विडियो बयान करती है। किसी के लिए चांदी तो आम लोगों के लिए जी का जंजाल।
पूछे जानें पर पुलिस अधीक्षक स्वप्नना मेस्रम ने बताया कि जल्द ही लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मिलेगा जाम की समस्या से लोगों को निजात दिलाने के लिए मैने 36 होम गार्ड पुलिस की नियुक्ति कर रखी है। साथ ही गृह विभाग के आदेशों का अनुमान कराया जाएगा। जल्द ही ट्रेफिक पुलिस के लिए वाहन उपलब्ध होगा।
दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट