आराः सदर हॉस्पिटल में स्ट्रेचर नहीं मिलने पर एक वृद्ध महिला को बोरे में टांग कर सीटी स्कैन के लिए ले जाने का वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि एक 82 वर्षीय महिला को बेहोशी की शिकायत थी। परिजनों ने आरा सदर हॉस्पिटल के इमरजेंसी में भर्ती करवाया। डॉक्टरों ने सीटी स्कैन की सलाह दी। लेकिन, अस्पताल में स्ट्रेचर नहीं रहने के कारण उस वृद्धा को बोरा फाड़ कर, उसमें टांग कर ले जाया गया। दिल को झकझोर देने वाली यह कहानी सिर्फ सदर हॉस्पिटल आरा की ही नहीं है, सूबे बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं का तकरीबन यही हाल है। यही कारण है कि महज एक दांत दर्द का इलाज के लिए सूबे के मुख्यमंत्री को दिल्ली जाना पड़ता है।
अन्दाजा लगाया जा सकता है कि जब शहर के बीच, प्रशासनिक अधिकारियों के नाक के नीचे सदर हस्पताल में एक स्ट्रेचर उपलब्ध नहीं है तब सुदूरवर्ती गांवों में स्वास्थ्य की क्या बुनियादी सुविधा होगी। जबकि अस्पाताल प्रबंधन आरोपों को नकारते हुए कह रहा है कि अस्पताल में स्ट्रेचर की कोई कमी नहीं है।
रिपोर्टः नेहा गुप्ता
‘दारु ही तो पी है, चोरी तो नहीं की है’ दारुबाज शिक्षक की दास्तान