Patna: बिहार में विधानसभा चुनाव का माहौल गर्माता जा रहा है और नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। इसी क्रम में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने महागठबंधन और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है।
महागठबंधन में चल रही संघर्ष और लड़ाई :
तेजस्वी यादव द्वारा चुनावी घोषणा किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा कि पहले सरकार में आ जाएं, पहले आपसी झगड़े खत्म करें। महागठबंधन में जिस तरह का संघर्ष और लड़ाई चल रही है, उसमें ये लोग सत्ता में आने का सिर्फ सपना देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों को अभी भी लगता है कि वे सत्ता में आएंगे- ये तो मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं, सपने देखने का काम ही कर रहे हैं।
चिराग पासवान ने कहा कि तेजस्वी यादव और उनके सहयोगी अब चुनाव के बीच में जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इतने दिनों से कहां थे ये लोग? अब जब चुनाव सामने है तो मीडिया के सामने आकर बयान दे रहे हैं। इतने दिनों तक AC कमरों में बैठकर सिर्फ अपनी महत्वाकांक्षाओं को समझने का काम कर रहे थे।
आपस में नहीं बनती, तो बिहार का विकास कैसे करेंगे? :
केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस और उसके नेताओं पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “अशोक गहलोत, जो कांग्रेस के चुनाव प्रभारी हैं, अब बिहार आए हैं। इतने दिनों बाद इनको याद आया कि बिहार में चुनाव हो रहा है। राहुल गांधी भी कुछ दिन पहले ‘SIR’ मुद्दे पर बिहार घूम रहे थे, लेकिन क्या ये नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती कि पांचों घटक दल मिलकर जनता के मुद्दों पर एकजुट हों? जब आपस में नहीं बनती, तो बिहार का विकास कैसे करेंगे?”
चिराग पासवान ने कहा कि “महागठबंधन अब पूरी तरह समाप्त हो चुका है। आज की स्थिति यह है कि उनके पांचों घटक दल एक-दूसरे के खिलाफ उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं। जिन्हें गठबंधन बनाना ही नहीं आता, वे राज्य चलाने की बात करते हैं।” उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि “हरियाणा में जलेबी छानने का जो नतीजा कांग्रेस को मिला, वही हश्र बिहार में भी होने वाला है।”
मुख्यमंत्री लगातार जनता के बीच सक्रिय :
उन्होंने कहा कि एनडीए एकजुट है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व पर किसी को कोई ऐतराज नहीं है। “हम सब एक साथ नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहे हैं,” चिराग ने कहा। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि वे नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर अनर्गल बातें करते हैं जबकि मुख्यमंत्री लगातार जनता के बीच सक्रिय हैं। चिराग ने यह भी कहा कि “जब सारे नामांकन समाप्त हो चुके हैं, तब भी महागठबंधन के बड़े नेता प्रचार में नहीं उतरे हैं। यह दिखाता है कि उन्हें अपने ही चुनाव पर भरोसा नहीं है।”
प्रशांत किशोर खुद चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं रखते :
प्रशांत किशोर को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि “जब प्रशांत किशोर खुद चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं रखते, तो जनता या कार्यकर्ता उन पर कैसे भरोसा करें? अगर नेता ही सामने आने से डर जाए, तो संगठन का मनोबल कैसे बढ़ेगा?”
रिपोर्टः रंजीत कुमार
Highlights