रांची: झारखंड में मानसून की पहली ही बारिश तबाही बनकर आई है। बीते तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने राज्यभर में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। रांची, जमशेदपुर, चाईबासा, लातेहार और खूंटी सहित कई जिलों में भारी जलजमाव की स्थिति बन गई है। नदियां और डैम खतरे के निशान को पार कर चुके हैं। रांची की स्वर्णरेखा और सपाही नदी उफान पर हैं। कांके डैम में जलस्तर बढ़ने के बाद गुरुवार शाम उसका एक फाटक खोलना पड़ा। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है।
राज्य में मौतों की झड़ी: दीवार गिरने और डूबने से गई जानें
तमाड़: मुरा गांव में घर की दीवार गिरने से छह साल की संबोति कुमारी की मौत।
चान्हो: बड़इया गांव में 65 वर्षीय फकरी उरांव की दीवार गिरने से मौत।
खूंटी: तोरपा के डोरमा गांव में 20 वर्षीय राजकुमार मांझी की दीवार गिरने से जान गई।
चतरा: मैराग गांव में 55 वर्षीय सुमित्रा देवी लधरवा नदी में बह गईं।
चक्रधरपुर: कुलीतोडांग गांव में मिट्टी का घर गिरने से एक महिला की मौत, तीन बच्चे घायल।
जमशेदपुर: आजाद नगर में नाले में गिरने से संजय वर्मा की मौत।
मुरहू: अर्धनिर्मित कुएं में मिट्टी धंसने से दो स्कूली छात्रों की मौत, एनडीआरएफ ने 22 घंटे की मशक्कत के बाद शव निकाले।
रांची जिले में लगातार बारिश के कारण प्रशासन ने सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने 20 जून को भी केजी से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की। इसके साथ ही निर्देश दिया गया है कि कोई भी स्कूल आदेश का उल्लंघन न करे, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।
नदियां-डैम उफान पर: जलप्रपात खतरे की स्थिति में
स्वर्णरेखा और सपही नदी उफान पर हैं।
कांके डैम, रुक्का डैम और हटिया डैम खतरे के निशान से ऊपर।
तेनुघाट डैम के 8, चांडिल डैम के 6 और कांके डैम का एक फाटक खोल दिया गया है।
जोन्हा, सीता, हुंडरू, हिरनी, दशम और पंचघाघ जलप्रपात में खतरनाक बहाव बना हुआ है।
बारिश के बीच गुरुवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जब डीपीएस रांची के म्यूजिक टीचर माइकल घोष (42 वर्ष) जोन्हा फॉल में बह गए। वे धनबाद के मूल निवासी थे और वर्तमान में रांची के अलकापुरी डिवडीह में रहते थे। माइकल अपने दो दोस्तों पंकज श्रीवास्तव और ऋतिका सामद के साथ जोन्हा फॉल घूमने गए थे। पुलिस को दिए बयान के अनुसार, फोटो खिंचवाने के बाद दोस्त शेड में कपड़े बदलने लगे जबकि माइकल सेल्फी लेने के लिए नदी के पास पत्थर पर चले गए। वहां उनका पैर फिसल गया और वे तेज बहाव में बह गए। उनकी तलाश की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
रेल और सड़क यातायात पर भारी असर
जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे यार्ड में जलजमाव से 25 ट्रेनें रद्द, 8 ट्रेनों का मार्ग बदला।
लातेहार में रेल पटरी धंसी, कई ट्रेनों का परिचालन बाधित।
एनएच-33 (जमशेदपुर) पर पारडीह में बस-ट्रक डूबे, रांची-टाटा मार्ग बाधित।
खूंटी-तोरपा-सिमडेगा रोड पर पुल बहने से आवागमन ठप।
हजारीबाग में सियाराम बस पलटी, 10 लोग घायल।
राज्य में अलग-अलग जिलों से दीवार गिरने और डूबने से मौत की घटनाएं सामने आई हैं। तमाड़ के मुरा गांव में घर की दीवार गिरने से छह साल की बच्ची संबोति कुमारी की मौत हो गई। वहीं, चान्हों के बड़इया गांव में 65 वर्षीय फकरी उरांव की जान चली गई। खूंटी के डोरमा मांझी टोली में दीवार गिरने से 20 वर्षीय राजकुमार मांझी की मौत हो गई। चतरा के मैराग गांव में 55 वर्षीय सुमित्रा देवी लधरवा नदी में बह गईं, जिनका शव गुरुवार को बरामद हुआ। चक्रधरपुर के कुलीतोडांग गांव में मिट्टी का घर गिरने से एक महिला की मौत हो गई और तीन बच्चे घायल हो गए। जमशेदपुर के आजाद नगर में नाले में गिरने से संजय वर्मा की मौत हो गई।
स्कूलों में छुट्टी, फ्लाइट्स भी प्रभावित
रांची डीसी ने 20 जून को भी केजी से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश की घोषणा की।
खराब मौसम के कारण 5 फ्लाइट्स देरी से रांची पहुंचीं।
मौसम की मार से राज्य के कई इलाकों में रेल और सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ है। जमशेदपुर में टाटानगर रेलवे यार्ड में जलजमाव के कारण सिग्नल फेल हो गए, जिससे 25 ट्रेनों को रद्द और 8 को डायवर्ट करना पड़ा। रांची-हावड़ा इंटरसिटी एक्सप्रेस (22892) को मार्ग बदलना पड़ा। लातेहार में रेल पटरी के नीचे की मिट्टी धंस जाने से ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया। खूंटी-तोरपा-सिमडेगा मार्ग का पुल बह गया, जिससे उस मार्ग पर आवागमन बंद है। हजारीबाग के गोरहर पुल के पास कोलकाता जा रही सियाराम बस सड़क पर फिसल कर पलट गई, जिससे 10 यात्री घायल हो गए।
बारिश के आंकड़े और अलर्ट
कांके में 300.4 मिमी, रांची में 153.3 मिमी बारिश दर्ज।
झारखंड में जून में औसतन 83.7 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस बार अब तक 170.2 मिमी बारिश हो चुकी है।
चार जिलों – गढ़वा, पलामू, चतरा, लातेहार में ऑरेंज अलर्ट।
पांच जिलों – कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, देवघर, दुमका में येलो अलर्ट।
21-22 जून को कुछ राहत, लेकिन 24-25 जून को फिर भारी बारिश की संभावना।
भारी बारिश से कई डैम खतरे के निशान से ऊपर चले गए हैं। कांके डैम के अलावा चांडिल डैम के छह और तेनुघाट डैम के आठ फाटक खोलने पड़े हैं। हटिया, रुक्का और हुंडरू जैसे बड़े जलाशयों का जलस्तर भी बढ़ गया है। जोन्हा, सीता, दशम, हिरनी और पंचघाघ जलप्रपात में भी खतरनाक स्थिति बन गई है। टाटानगर की आशियाना वुडलैंड कॉलोनी में इतना पानी भर गया कि मोटरबोट से लोगों को राहत सामग्री पहुंचाई गई।
झारखंड में अब तक औसतन 175 मिमी बारिश दर्ज की गई है। रांची में पिछले 24 घंटे में 153.3 मिमी और कांके में रिकॉर्ड 300.4 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, जून महीने में झारखंड में सामान्यतः 83.7 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार 19 दिनों में ही 170.2 मिमी बारिश हो चुकी है। अकेले रांची में अब तक 288 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से तीन गुना ज्यादा है। मौसम विभाग ने 24 जून तक राज्यभर में रुक-रुक कर बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान जताया है। 21 और 22 जून को मौसम साफ रहने की उम्मीद है, लेकिन 24-25 जून को फिर भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग ने गढ़वा, पलामू, चतरा और लातेहार जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जबकि कोडरमा, हजारीबाग, गिरिडीह, देवघर और दुमका के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे आवश्यकतानुसार ही घर से निकलें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।
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