रांची: कांके अंचल के अंतर्गत आने वाले चामा, बुकरू और नगड़ी मौजा में जमीन की रजिस्ट्री और म्यूटेशन पर रोक लगा दी गई है। यह फैसला जिला प्रशासन ने इन क्षेत्रों के जमीन संबंधी ऑनलाइन रिकॉर्ड में कथित छेड़छाड़ की शिकायतों के बाद लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं और एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है।
इस कमेटी में एसएआर (Special Assistant Registrar), डीसीएलआर (Deputy Collector Land Reforms) और एएसओ (Assistant Settlement Officer) को शामिल किया गया है। कमेटी इन मौजा में अब तक हुई रजिस्ट्री और म्यूटेशन की कागजातों और डिजिटल एंट्री की जांच करेगी। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत सोमवार को डीसी द्वारा आयोजित जनता दरबार में एक शिकायत मिलने के बाद हुई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि कुम्हरिया मौजा की जमीन के ऑनलाइन रिकॉर्ड में छेड़छाड़ कर उसकी प्रकृति (nature of land) बदली जा रही है। बाद में इसी बदले हुए रिकॉर्ड के आधार पर रजिस्ट्री और म्यूटेशन किया जा रहा है। डीसी ने तुरंत प्रभाव से सभी संबंधित प्रक्रियाओं पर रोक लगाते हुए जांच शुरू करवा दी।
इसी दौरान बुंडू अंचल के एक कर्मचारी को रसीद जारी न करने के मामले में शोकॉज नोटिस दिया गया है। साथ ही डीसी ने एनएचएआई परियोजना के लिए अधिग्रहित जमीन का मुआवजा एक सप्ताह में देने का निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिया है।