रांची: बुधवार को रांची में हुई मूसलाधार बारिश ने दुर्गा पूजा के उल्लास पर पानी फेर दिया। करीब दो घंटे तक हुई तेज बारिश और बिजली कड़कने से लोग सहम गए और सड़कों पर तालाब जैसी स्थिति बन गई। बारिश के कारण कांटाटोली के नेताजी नगर पंडाल में पानी घुस गया, जिससे स्पॉट लाइट खराब हो गई, और चंद्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति के तोरणद्वार के गिरने जैसी घटनाएं सामने आईं।
लातेहार के महुआडांड में वज्रपात से चार लोगों की मौत हो गई, जिनमें संजय नगेसिया (30), लल्लू नगेसिया (25), रविशंकर नगेसिया (30), और जितेंद्र लोहरा (25) शामिल हैं। इसके अलावा, दो लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। गुमला के बहमनी गांव में भी वज्रपात की चपेट में आकर चुमनु उरांव (55) की मौत हो गई।
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, 10 और 11 अक्टूबर को भी हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है। बारिश और नगर निगम की अधूरी तैयारियों ने दुर्गा पूजा के आयोजन में खलल डाल दिया। रांची के अपर बाजार और अन्य इलाकों में सड़कों पर घुटने भर पानी भर गया, जिससे पूजा पंडालों तक पहुंचने में श्रद्धालुओं को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। कई लोगों को गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ा और अपने जूते-चप्पल हाथ में लेकर चलना पड़ा।
बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में स्थित घर-दुकानों में भी पानी भर गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। प्रशासन और नगर निगम के सफाई और तैयारियों के सभी दावे दो दिनों की बारिश में खोखले साबित हो गए, जिससे श्रद्धालुओं में निराशा व्याप्त हो गई।