दिल्ली में झारखंड पवेलियन में खूब पसंद की जा रही है फैब्रिक पर ट्राइबल पेंटिंग की ज्वेलरी

नई दिल्ली: दिल्ली का प्रगति मैदान मेला अब सामान्य लोगों के लिए खोल दिया गया है। मेले में खासी भीड़ देखने को मिल रही है। मेले के फोकस स्टेट में एक झारखंड पवेलियन में खूब भीड़ आ रही है। लोग झारखंड प्रदेश की जानकारी के साथ साथ उत्पादों की भी खरीदारी कर रहे हैं। झारखंड पवेलियन में ही परितिप्ति हैंडमेड ज्वेलरी की स्टॉल पर खासी भीड़ देखने को मिल रही है। परितिप्ती की स्टॉल पर फैब्रिक पर ट्राइबल पेंटिंग की ज्वेलरी की बिक्री की जा रही है। परितिप्ती की फैब्रिक ज्वेलरी जितनी पसंद की जा रही उससे ज्यादा लोग स्टॉल संचालक और परितिप्ति की काजल नंदी की कहानी में दिलचस्पी लेते दिख रहे हैं।

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छोटी उम्र में कुछ बड़ा करने के सपने को पूरा कर रही झारखंड पवेलियन की काजल नंदी

झारखंड के जमशेदपुर की काजल बताती है कि उनको शुरू से ही प्रेरक कहानियां पढ़ने का शौक था। कैसे लोग छोटी उम्र में बड़ी कामयाबी तक पहुंच रहे हैं। 20 वर्षीय काजल का कुछ अपना करने और स्वावलंबी बनने के सपने में उनके पिता की आर्थिक स्थिति बाधा बन रही थी। ऐसे में उनके सहपाठी अनिल ने उनको आर्थिक सहायता दी और पैसों की सहायता से काजल ने 2019 से फैब्रिक पर ट्राइबल पेंटिंग कर ज्वेलरी बनाने का सफर शुरू किया। वर्तमान में उनके साथ 20 से अधिक महिलाएं काम कर रही है। भविष्य में उनकी योजना और महिलाओं को साथ जोड़ते हुए अपने बिजनेस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाने की है।

ऑनलाइन सेलिंग से शुरू किए गए इस बिजनेस को वो पहली बार विश्व व्यापार मेले में लाई हैं। उनका सामान देश के अलावा अमेरिका, लंदन, मलेशिया, सिंगापुर तक भेजा जा चुका है। काजल का मानना है कि एक दिन वो दुनिया के अधिक से अधिक देश में अपनी बनाई ज्वेलरी पहुचाएंगी। झारखंड पवेलियन में काजल नेकलेस, चोकर सेट, पेंडेंट, बेंगल, फिंगर रिंग, वेस्ट बेल्ट, इयररिंग आदि को बिक्री कर रही हैं। जिनकी कीमत 65 रुपए से शुरू हो कर 500 रुपए तक है। लगभग चालीस लाख रुपए सालाना का कारोबार करने वाली काजल अपने साथ दूसरों को भी रोजगार प्रदान करा रही हैं और समाज में खुद एक प्रेरणा बन रही हैं।

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