रांची: एक महिला से 63.98 लाख रुपये की ठगी मामले में सीआइडी की रांची स्थित साइबर थाना की पुलिस ने दो साइबर फ्रॉड को उत्तरप्रदेश के लखनऊ से गिरफ्तार किया है.
इनमें लखनऊ के सदर कैंट थाना अंतर्गत बनिया मुहल्ला निवासी राहुल त्रिपाठी (35 वर्ष) और लखनऊ के ही अलीगंज थाना क्षेत्र के सीतापुर रोड का देव प्रकाश (37 वर्ष) शामिल है.
मामले में साइबर थाना ने फ्रॉड द्वारा ठगी के जरिये राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश व तमिलनाडु के बैंक खातों में जमा कराये गये 88 लाख 93 हजार 37 रुपये को फ्रीज करा दिया है.
मामले की जांच में यह बात सामने आयी है कि आइसीआइसीआइ बैंक के एक खाता में 33 करोड़ 38 लाख 87 हजार 957 रुपये का फ्रॉड ट्रांजेक्शन क्रेडिट हुआ है.
वहीं इसी बैंक के दूसरे खाते से एक करोड़ 35 लाख 12 हजार 37 रुपये का फ्रॉड ट्रांजेक्शन क्रेडिट हुआ है. इसके विरुद्ध नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, गुजरात, हरियाणा, दिल्ली व उत्तरप्रदेश आदि जगहों से कुल 39 शिकायतें आयी है. मामले में पीड़िता ने रांची साइबर थाना में सात दिसंबर 2023 को प्राथमिकी दर्ज करायी थी.
प्राथमिकी में कहा था कि साइबर फ्रॉड ने लूडो व फिशडोम को लाइक कर स्क्रीन शॉर्ट भेजने का पार्ट टाइम जॉब ऑफर किया गया. इसके बाद उन्हें टेलीग्राम प्रोफाइल पर रजिस्टर कर वीडियो लाइक करने का काम दिया.
फिर टेलीग्राम प्रोफाइल के माध्यम से विभिन्न बैंक खातों में पैसा डालने के लिए बोला, ताकि पैसे को क्रिप्टो करेंसी में इंवेस्ट किया जाये. इससे मिलने वाला लाभ ग्लोबल कंपनी की वेबसाइट पर दिखेगा.
इसके झांसे में आकर महिला ने पैसे का निवेश करना शुरू किया. तब साइबर फ्रॉड द्वारा बनाया गया ग्लोबल कंपनी के फर्जी वेबसाइट पर निवेश और लाभ दिखने लगा. धीरे-धीरे महिला ने 63 लाख 98 हजार रुपये का निवेश कर दिया. बाद में उन्हें ठगी का पता चला.