झारखंड ATS दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी झारखंड के गोड्डा और हजारीबाग से की गई है। ATS को खुफिया एजेंसी से जानकारी मिली थी कि आतंकियों के द्वारा सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से संगठन का प्रचार-प्रसार कर भोले-भाले लोगों को गुमराह कर संगठन में जोड़ने का काम किया जा रहा था। इसके साथ ही राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को संचालित किया जा रहा था।
एटीएस को जब इसकी सूचना मिली तो 2 नवंबर को मामला दर्ज किया गया। इसके बाद एटीएस की एक टीम को गोड्डा भेजा गया। जहां अनुसंधान में साफ हो गया कि आरिज की गतिविधि संदेहात्मक है। जिसके बाद आरिज को रांची लाकर गहन पूछताछ की गई, जिसमें उसने प्रतिबंधित आतंकी संगठनों से जुड़े होने की बात स्वीकार की।
टेलीग्राम चैट से खुला राज
वहीं उसके मोबाइल के टेलीग्राम में एक संदिग्ध चैट पाया गया। इसके बारे में पूछने पर उसने बताया गया कि यह एक अन्य आतंकी संगठन का सक्रिय सदस्य मोहम्मद नसीम है। जो हजारीबाग का रहने वाला है। नसीम के द्वारा ही इसे जेहाद और सीक्रूफ बीथ तागुत’ पुस्तक भेजी गई थी। दोनों पुस्तक जिहाद के बारे में पूरी जानकारी देता है।
एटीएस की पूछताछ में यह भी पता चला है कि नसीम पाकिस्तान और अफगानिस्तान के भी कई आतंकी संगठनों के सदस्यों के साथ संपर्क में है। इसका लक्ष्य फिलिस्तीन जाकर फिदाईन हमला कर मस्जिद अल ए अक्सा को यहूदियों से आजाद कराना है। साथ ही पूछताछ में इसके द्वारा बताया गया कि सोशल मीडिया के माध्यम से विभिन्न आतंकी संगठनों का प्रतिबंधित वीडियो देखकर अपने साथियों में इसका प्रचार भी करता था।
वर्ष 2020 से ही फेसबुक के माध्यम से नसीम ने कई कश्मीरी युवक-युवतियों से संपर्क में रहा है। ऐसे में प्रतिबंधित आतंकी संगठन का सदस्य होने,संगठन का प्रचार करने, फंड इकट्ठा करने,राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में पाए जाने, दो समुदायों के बीच तनाव पैदा करने जैसी संदेश विभिन्न लोगों के बीच भेजने और आतंकी संगठनों से जुड़ने के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मोहम्मद आरिज हसनैन को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं आरिज की निशानदेही पर एटीएस ने नसीम को हजारीबाग से गिरफ्तार किया है अब उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है।