समाज का सबसे बड़ा दुश्मन बेरोजगारी है – तेजस्वी

समाज का सबसे बड़ा दुश्मन बेरोजगारी है - तेजस्वी

पटना : संत रविदास के जयंती समारोह के दौरान बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष सह बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि समाज का सबसे बड़ा दुश्मन बेरोजगारी है और परिवार में किसी एक भी व्यक्ति को नौकरी मिलती है तो पूरा परिवार खुश रहता है।तेजस्वी ने कहा कि जब भी आप बुलाते हैं हम आपके सम्मान और कार्य के साथ खड़े दिखाई देते हैं। इसके लिए हमसभी लोगों का आभार प्रकट करते हैं।

तेजस्वी यादव ने कहाक आज जिस तरह से केंद्र और बिहार में गरीबों, किसानों, युवाओं, छात्रों और वंचितों को उनके अधिकार से वंचित करने के लिए जो साजिश और कार्रवाई चल रही है उससे हम सभी को सजग रहना होगा। आज जो लोग सत्ता में बैठे हैं वो चाहते हैं कि हमलोग बंटे और अपने अधिकार के प्रति सजग नहीं रहें लेकिन ऐसी साजिशों के खिलाफ पूरी मजबूती से संकल्पों के साथ एकताबद्ध होकर संविधान की रक्षा के लिए एक साथ खड़ा होना होगा। क्योंकि संविधान की भावना की कहीं न कहीं अवहेलना हो रही है और बाबा साहब के संविधान की जगह आरएसएस के एजेंडा को लागू करने की साजिश चल रही है।

तेजस्वी ने कहा कि 17 महीनों में हमने मुद्दों के साथ जुड़कर जो काम किया है। उसे आप सभी का समर्थन मिल रहा है। आज समाज के लिए सबसे बड़ा दुश्मन बेरोजगारी है। अगर पढ़ लिखकर बिना नौकरी के हैं तो परिवार के लोगों को चिंता होती है कि कैसे हम अपने आपको स्थापित कर पाएंगे। लेकिन हमने जो 10 लाख नौकरी की बात की थी उसको सरकार में आते ही आगे बढ़ाया और पांच लाख से अधिक लोगों को नौकरियां दी। साथ ही शिक्षा मित्र, विकास मित्र और तालिमी मरकज के लोगों को मानदेय बढ़ाकर 25 हजार रुपया किया।

इन्होंने आगे कहा कि बिहार में जाति आधारित गणना कराकर सभी की स्थिति का आकलन करके उनको आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिए सरकार में रहते हुए हमने सभी वर्गों के गरीबों के लिए दो लाख रुपए दिए जाने और जिनके पास मकान बनाने के लिए जमीन नहीं है। उन्हें एक लाख रुपए और मकान बनाने के लिए अलग से एक लाख 20 हजार रुपए देने का फैसला लिया था।

उन्होंने कहा कि लेकिन किस तरह की साजिश की गई यह सबको पता है। जनता सबका हिसाब-किताब कर देगी। हमने आरक्षण की सीमा बढ़ाकर 75 प्रतिशत की और उसमें दलित आदिवासी, पिछड़ा, अतिपिछड़ा के आरक्षण की सीमा को भी बढ़ाकर जो काम किया है वह सबको पता है। महागठबंधन सरकार ने नौकरी का एजेंडा लागू किया और नफरत की राजनीति को बिहार से दूर किया। इसी क्रम में हमने शिक्षा विभाग में 70 दिनों के अंदर दो लाख से अधिक लोगों को नौकरी दी।

तेजस्वी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में एक लाख 35 हजार लोगों को नौकरी देने जा रहे थे लेकिन इस मामले में बिहार के एनडीए सरकार टाल-मटोल कर रही है। हमने आशा दीदी के मानदेय को बढ़ाकर 2500 रुपया कर दिया था। लेकिन उस फाईल को रोककर रखा गया। चाहे ममता दीदी हो, आशा दीदी हो या विकास मित्र टोला सेवक, तालिमी मरकज में काम करने वालो के साथ उनका हक और अधिकार मिलना चाहिए। हमसभी को आज इस बात का संकल्प लेकर जाना होगा कि देश में लोकतंत्र और संवैधानिक व्यवस्था की मजबूती के लिए बाबा साहब डाॅ. भीमराव अम्बेदकर और संत शिरोमणी गुरू रविदास जी के विचारों के अनुरूप समाज में एकताबद्ध होकर कार्य करना होगा।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में शिवचन्द्र राम ने कहा कि गुरु रविदास का जयंती पखवाड़ा के अंतर्गत आज हम सभी इकट्ठे होकर संत शिरोमणी गुरु रविदास के विचारों और आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प ले रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष ने हमेशा बाबा साहब और रविदास के विचारों के अनुरूप शोषित, वंचित और दलित समाज को उंचा उठाने के लिए सत्ता में रहते हुए जो कार्य किए वह अविस्मरणीय है। विपक्ष में भी जब होते हैं तो रविदास समाज के राजनीतिक, सामाजिक और उनके आर्थिक उन्नति के लिए संघर्ष और आंदोलन के माध्यम से मनोबल को उंचा उठाने का काम करते हैं।

अविनाश सिंह की रिपोर्ट

https://22scope.com

https://youtube.com/22scope

Share with family and friends: