गयाजी : शहर के गांधी मैदान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) की ‘संवैधानिक अधिकार- परिसीमन सुधार महारैली’ में उपेंद्र कुशवाहा ने हजारों कार्यकर्ताओं के बीच हुंकार भरी। कहा कि बेल पर बाहर घूमने वालों में न्याय की बात करने की हिम्मत नहीं होती। हम जनता का हक लेकर रहेंगे। वहीं उनके सहयोगियों ने मंच से अपील की कि जनता को फोटो कॉपी से बचना होगा। फोटो कॉपी वाले लोग तरह तरह के षड्यंत्र रच रहे हैं। पूर्व में भी अपने नेता के साथ षड्यंत्र रचा गया था। लेकिन इस बार सतर्क रहिए। विधान सभा मे इनके हाथ को मजबूत कीजिए। बेशक पूरा कार्यक्रम संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार पर केंद्रित था लेकिन मंच से पार्टी के नेताओं की जुबान पर विधानसभा चुनाव और उपेंद्र कुशवाहा के हाथ मजबूत करने की बातें पुरजोर कहीं गईं।
मगध के गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा, अरवल, नालंदा, शेखपुरा, जमुई व लखीसराय समेत बाढ़ से कार्यकर्ता जुटे
रैली में मगध के गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, नवादा, अरवल, नालंदा, शेखपुरा, जमुई व लखीसराय समेत बाढ़ से कार्यकर्ता जुटे। दीप प्रज्ज्वलन कर कुशवाहा ने सभा का उद्घाटन किया और कहा कि जनहित के मुद्दों को उठाने में वह कभी पीछे नहीं हटेंगे। जजों की बहाली में कॉलेजियम सिस्टम खत्म कर ओपन एग्जाम की मांग करने पर कहा कि हम कोर्ट की गलत प्रक्रिया पर भी बोलेंगे क्योंकि हमारे हाथ साफ हैं।
परिसीमन का मुद्दा जनता के हक से जुड़ा है – उपेंद्र कुशवाहा
कुशवाहा ने कहा कि परिसीमन का मुद्दा जनता के हक से जुड़ा है। संविधान में हर दस साल पर जनगणना के बाद परिसीमन का प्रावधान है, लेकिन 1976 में इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी में इसे 25 साल के लिए फ्रीज कर दिया और फिर आगे बढ़ा दिया। इसका खामियाजा बिहार समेत उत्तर भारत भुगत रहा है। आज दक्षिण में 21 लाख की आबादी पर एक सांसद है, जबकि बिहार में 31 लाख पर। इससे न संसदीय प्रतिनिधित्व सही है और न विकास का पैसा न्याय से मिल रहा है।
2026 में होने वाले परिसीमन तक यह लड़ाई जारी रहेगी और जनता का अधिकार वापस लाकर रहेगा – उपेंद्र
कुशवाहा ने कहा कि यह लड़ाई सिर्फ लोकसभा सीटों की नहीं, बल्कि विधानसभा सीट, दलित-पिछड़ों, महिलाओं के आरक्षण और उनके सही प्रतिनिधित्व की भी है। सभा में प्रदेश प्रवक्ता नितिन भारती ने बताया कि कार्यक्रम में सभी जिलों के अध्यक्ष, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे। अध्यक्षता बंटी कुशवाहा और संचालन अशोक मेहता ने किया। वक्ताओं में माधव आनंद, मदन चौधरी और रामेश्वर महतो समेत कई नेता शामिल रहे। राष्ट्रीय लोक मोर्चा ने साफ किया कि 2026 में होने वाले परिसीमन तक यह लड़ाई जारी रहेगी और जनता का अधिकार वापस लाकर रहेगा।
यह भी पढ़े : उपेंद्र ने तेजस्वी पर कसा तंज, बोले- नीतीश ही अगली बार रहेंगे CM, लालू हो चुके हैं एक्सपायरी
आशीष कुमार की रिपोर्ट
Highlights