पटना : शेरों के ज़रिए JDU-BJP रिश्ते को समझा गए-
कहते हैं दिल बहुत खुश हो तो शेर मुंह से झड़ते हैं. दिल ग़मज़दा हो तो शेर मुंह से टपकते हैं, कहने का मतलब ये कि शेर आपके दिल का हाल बता जाते हैं. बुधवार 29 जून को बिहार विधानसभा में शेरों के ज़रिए अपने-अपने दिल का हाल बयां करते नज़र आए विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा और संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी. अब दोनों ‘विजय’ के बीच हुए इस मुकाबले में विजय किसे मिली ये बताना मुश्किल है, पर शेरो-शायरी का ये दिलचस्प मुक़ाबला बता बहुत कुछ रहा था.
विधान सभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शेर पढ़ा
‘ज़िन्दगी हर क़दम पर नए रंग दिखाने लगी है,
वो जो हमारे हर राज के राज़दार थे, वो हमसे अपनी बातें छुपाने लगी है.
सोंच रहे थे कि क्या खता हुई हमसे, जो हमसे दूर करना चाहते हैं.
आज पता चला कि कोई उनके क़रीब आने लगे हैं’
दो ‘विजय’ के बीच मुकाबला
बिहार विधान सभा अध्यक्ष शेर के माध्यम से क्या बताना चाह रहे थे, ये समझना मुश्किल नहीं. शेर की ये ख़ासियत होती है कि जिसके लिए पढी जाए उसे तुरंत समझ आ जाती है कि शेर उसके लिए पढ़ी गई है. यही हुआ भी. विधानसभा अध्यक्ष ने शेर जैसे ही ख़त्म किया जवाब देने संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी अपनी सीट से खड़े हो गए. उन्होंने शेर का जवाब एक प्रसिद्ध शेर की दो लाइनों को अपनी तरह से संशोधित कर के दिया.
संसदीय कार्य मंत्री, विजय कुमार चौधरी ने कहा
‘हम तो आपके नज़दीक आने की आहट बहुत पहले से जान लेते हैं.
हम तो महोदय इस आसन को बहुत नज़दीक से पहचान लेते हैं’
अब ये तारीफ़ था या तंज, इसका फैसला आप अपनी तरह से कर सकते हैं. हालांकि इस शेरो शायरी का अंत विधान सभा अध्यक्ष ने संसदीय कार्य मंत्री के अनुभव की तारीफ़ करते हुए की.
माननीयों ने भी लिया लुत्फ
अच्छी बात ये रही कि ये शेरो शायरी अच्छे वातावरण और हास्य विनोद के माहौल में हुई. इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री के होठों पर मुस्कान बनी रही तो सदन में उपस्थित अन्य माननीय सदस्य इसका पूरा लुत्फ़ उठाते दिखे.लेकिन पूरे ध्यान से कहे गए शेरों की पंक्तियों को सुनें तो ये पंक्तियां बिहार की वर्तमान राजनीतिक स्थिति को सही मायने में बयां कर रही है.
रिपोर्ट: शक्ति
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