नई दिल्ली : वक्फ संशोधन बिल (Wakf Amendment Bill) पर केंद्रीय मंत्री व जनता दल यूनाइटेड (JDU) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह (Lalan Singh) ने बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी और हमारे राष्ट्रीय नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वक्फ संशोधन बिल का पुरजोर समर्थन करती है। ललन सिंह ने कहा कि जिनका वक्फ पर कब्जा था, वो बिल का विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि बिल मुस्लिम विरोधी नहीं, हमें कांग्रेस से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। ललन सिंह ने कहा कि आपको नरेंद्र मोदी पंसद नहीं हैं तो कोई बात नहीं लेकिन उनका काम का तारीफ कीजिए। ललन सिंह ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए नसीहत दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष के पापों को धो रहे हैं।
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JDU ने किया वक्फ बिल का समर्थन, कहा- ये बिल कहीं से भी मुसलमान विरोधी नहीं
जदयू सांसद और केंद्र सरकार में पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि ये नैरेटिव बनाने का प्रयास किया जा रहा है कि ये बिल मुसलमान विरोधी है। ये बिल कहीं से मुसलमान विरोधी नहीं है। क्या वक्फ कोई मुस्लिम संस्था है। वक्फ कोई धार्मिक संस्था नहीं, एक ट्रस्ट है जो मुसलमानों के कल्याण के लिए काम करता है। उस ट्रस्ट को ये अधिकार होना चाहिए कि वो सभी वर्गों के लोगों के साथ न्याय करे जो नहीं हो रहा है। ये विनियामक है और प्रशासनिक निकाय है जो मुसलमानों के हक के लिए काम करता है।
PM मोदी का चेहरा पंसद नहीं है तो उनकी तरफ मत देखिये – ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि ये लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोस रहे हैं, उनका चेहरा पसंद नहीं आ रहा है तो उनकी तरफ मत देखिए। 2013 में आपने जो पाप किया था, उसे समाप्त करके पारदर्शिता लाने का काम किया है। देश की जनता मोदी को पसंद करती है, इसलिए मोदी समाज के हर तबके के लिए काम करने का काम करते हैं। मोदी ने आज वक्फ को आपके चंगुल से निकाल के आम मुसलमान की तरफ फेंक दिया है। उनके कल्याण के लिए काम करने के लिए। दो तरह के लोग इसके खिलाफ हैं- एक जो वोट के लिए काम करते हैं, दूसरे जिनका वक्फ पर कब्जा था। इस संशोधन के विरोध का कोई कारण नहीं है। वक्फ के काम में कहीं से हस्तक्षेप की बात नहीं है। वक्फ की आमदनी सही जगह खर्च हो, इस पर नजर रखने के लिए संशोधन आया है। इसमें क्या दिक्कत है। क्या आप मुसलमानों के कल्याण के विरोधी हैं।
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TDP ने वक्फ बिल का किया समर्थन
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के सांसद कृष्णा प्रसाद तेन्नेटी ने कहा कि वक्फ के पास 1.2 लाख करोड़ से अधिक की संपत्ति है। ये संपत्तियां मिसमैनेजमेंट का शिकार हैं। हमारी पार्टी का ये मानना है कि इस संपत्ति का इस्तेमाल मुस्लिमों के कल्याण के लिए, महिलाओं के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए। हमारा मानना है कि इसमें सुधार होना चाहिए। हम सबसे पहला दल थे जिसने जेपीसी की मांग की थी। उन्होंने कहा कि 97 लाख से अधिक कम्युनिकेशन हुए। रिवाइज्ड बिल 14 संशोधनों के साथ आया। हमारी पार्टी ने तीन सुझाव दिए थे और तीनों सुझाव माने गए हैं जो मुस्लिमों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। तेलुगु देशम पार्टी मुस्लिमों के कल्याण, उत्थान के लिए संकल्पित है। हम सरकार से ये अपील करते हैं कि वक्फ बोर्ड का कम्पोजिशन तय करने के लिए राज्य सरकारों को छूट मिले और नियम बनाने की छूट मिले। हम वक्फ बिल का समर्थन करते हैं।
जिन्होंने लूट मचाया, बिल से उनके लिए बढ़ेंगी समस्याएं – श्रीकांत शिंदे
शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के सांसद श्रीकांत शिंदे ने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि इस बिल से समस्याएं बढ़ेंगी। लेकिन उनकी समस्याएं बढ़ेंगी जिन्होंने लूट मचा रखी थी। शिवसेना इस बिल का समर्थन करती है। ये बिल वक्फ की संपत्तियों को अवैध कब्जे से मुक्त कराने का संकल्प लेकर आ रहा है। सरकार ये सुनिश्चित करना चाहती है कि मुसलमानों के उत्थान के लिए, शिक्षा के लिए वक्फ की संपत्तियों का इस्तेमाल हो। ये बिल मुसलमानों के खिलाफ नहीं है। मुस्लिम भाई-बहनों की तरक्की के लिए नए वक्फ के साथ चलना होगा।
अमित शाह ने विपक्ष पर निशाना साधा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2001-12 के बीच दो लाख करोड़ की वक्फ की संपत्ति निजी संस्थानों को सौ साल की लीज पर हस्तांतरित कर दी गई। बेंगलुरु में हाई कोर्ट को बीच में पड़ना पड़ा और 602 एकड़ भूमि को जब्त करने से रोकना पड़ा। ये पैसा देश के गरीब मुसलमानों का है, ये धन्नासेठों की चोरी के लिए नहीं है।
PM मोदी ने पूरी की लालू यादव की इच्छा
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लालू यादव ने ही उस समय कहा था कि सरकार जो ये संशोधन विधेयक पेश किया है, सरकार की पहल का हम स्वागत करते हैं। शाहनवाज हुसैन और सदस्यों ने जो अपनी बातों को यहां रखा है मैं उसका समर्थन करता हूं, लेकिन ये देखिए कि सारी जमीनें हड़प ली गई हैं, चाहे सरकारी हो या गैर सरकारी। वक्फ बोर्ड में जो काम करने वाले लोग हैं उनकी सारी प्राइम लैंड को बेच दिया गया है। पटना में ही डाकबंगले की जितनी प्रॉपर्टी थी, सभी पर अपार्टमेंट बन गए, काफी लूट खसोट हुई है। इसलिए मैं चाहता हूं कि भविष्य में आप कड़ा कानून लाइए और चोरी करने वाले लोगों को सलाखों के पीछे भेजिए। लालू यादव की इच्छा तो इन्होंने (कांग्रेस) पूरी नहीं की, लेकिन मोदी ने पूरी कर दी।
वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कुछ लोग सिंर्फ इसलिए कर रहें हैं क्योंकि यह बिल NDA सरकार ला रही है – जीतन राम मांझी
केंद्रीय मंत्री व हम के संरक्षक जीतन राम माझी ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक का विरोध कुछ लोग सिंर्फ इसलिए कर रहें हैं क्योंकि यह कानून प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ला रही है। वैसे 2010 में लालू प्रसाद यादव ने वक्फ के कड़े कानून बनाए जाने की बात कही थी। मेरा इंडी गठबंधन वालों से आग्रह है कि लालू यादव के बातों को ध्यान से सुनें और सदन में वक्फ संशोधन बिल 2025 के पक्ष में मतदान करें।
वक्फ पर बड़े लोगों का कब्जा – आरिफ मोहम्मद खान
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि जब में उत्तर प्रदेश में मंत्री था, तब वक्फ विभाग मेरे पास था। वहां 90 फीसदी मुकदमे के सिवाय कुछ नहीं है। मथुरा में जितने वक्फ हैं उसमें समाज के लिए कोई काम हो रहा है? एक जमीन पर कई मुकदमे हैं, जिसका निदान होना चाहिए। गरीबों को इससे कोई फायदा नहीं पहुंच रहा है. आज वक्फ पर बड़े लोगों का कब्जा है।
लोकसभा में रविशंकर प्रसाद ने अखिलेश यादव से क्या कहा?
रविशंकर प्रसाद ने वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के दौरान कहा कि 370 के लिए भी ऐसा विरोध हुआ था, लेकिन आज देखिए क्या माहौल है? आज लाल चौक पर तिरंगा लहराता है। उन्होंने लोकसभा में विपक्ष से सवाल करते हुए कहा कि वोट बैंक के लिए देश कहां तक जाएगा? अब ये सब नहीं चलेगा। सीएए के खिलाफ भी ऐसा ही हुआ था। राजीव गांधी के बाद एक बार भी इनको बहुमत नहीं मिला। अखिलेश यादव समझिए। आप देखिए मोदी को कितनी बार बहुमत मिला। देखिए दिल्ली के बाद अब बिहार की बारी है।
लोजपा (रामविलास) की तरफ से वक्फ संशोधन पर अपनी पार्टी की तरफ से बात रखी
आज लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान जमुई लोकसभा क्षेत्र से सांसद एवं सदन में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के मुख्य सचेतक अरुण भारती ने पार्टी का पक्ष प्रभावी ढंग से रखा। विधेयक पर बोलते हुए अरुण भारती ने स्पष्ट कहा कि विपक्ष समाज को केवल ‘धर्म’ के नाम पर भयभीत कर वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करना चाहता है। वक्फ प्रबंधन के धार्मिक पक्ष के अतिरिक्त चार अन्य महत्वपूर्ण पहलू आर्थिक, सामाजिक, विधिक और प्रशासनिक भी होते हैं, लेकिन विपक्ष इन पहलुओं पर चर्चा नहीं करता। उन्होंने कहा कि विपक्ष की राजनीति सिर्फ एक प्रायोजित ‘नैरेटिव’ पर आधारित है, जो सच्चाई से ध्यान भटकाने के लिए धर्म का सहारा लेती है। लेकिन यह विधेयक केवल धार्मिक नहीं, बल्कि एक समग्र सुधारात्मक विधेयक है जो पारदर्शिता, जवाबदेही और न्याय सुनिश्चित करता है।
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