चिराग पासवान का बड़ा आरोप, केन्द्रीय मंत्री ने दिया धोखा
Patna– राजधानी दिल्ली से अपना बंगला (Bungalow) खाली कर पटना पहुंचे चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने अचानक से बड़ा राजनीतिक बम फोड़ा है. दिल्ली से वापस होते ही उनके सुर बदले नजर आ रहे हैं. कहा जा सकता है कि उनके स्वर अब बगावती हो रहे हैं.
Highlights
दरअसल चिराग पासवान ने यह कह कर राजनीतिक सरगर्मी तेज कर दी है कि
बंगला खाली करवाते वक्त बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति को तोड़ी गयी.
उनके पिता और देश और बिहार के सर्वमान्य नेता राम विलास पासवान की मूर्तियों को पैरों से रोंदा गया.
और यह तब किया गया जब मैं खुद ही बंगला खाली करने को तैयार बैठा था.
चिराग ने मामले को विस्तार से बतलाते हुए कहा कि वह तो बंगला खाली करने के लिए तैयार बैठे थें,
क्योंकि तकनीकी और कानूनी दृष्टि से इस बंगले पर उनका कोई अधिकार ही नहीं था.
लेकिन बंगला खाली करने के एक दिन पहले ही एक बड़े केन्द्रीय मंत्री ने यह कह कर बंगला खाली करने से रोकवा दिया कि
इसकी अब कोई जरुरत नहीं है. सारा मामला सेटल हो चुका है.
लेकिन, दूसरे दिन ही बंगला खाली करा दिया गया.
बदले नजर आने लगे हैं चिराग के तेवर, बदल सकती है बिहार की राजनीति
चिराग पासवान ने बड़े शख्त लहजे में कहा कि भारत सरकार के एक बड़े मंत्री ने आश्वासन देकर धोखा दे दिया.
जबकी बंगला रखने के मेरा कोई आग्रह भी नहीं था. नोटिस के मुताबिक उन्हे 30 तारीख को बंगला खाली करना था.
29 तारीख को बंगला खाली करने की पूरी तैयारी कर ली गयी थी.
अचानक उस केन्द्रीय मंत्री ने बंगला खाली करवाने से मना कर दिया,
लेकिन केन्द्रीय मंत्री के आश्वासन के विपरीत बंगला खाली करवा दिया गया.
क्या तेजस्वी के पाले में जा सकते हैं चिराग
चिराग पासवान ने तमाम आरोपों के बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को धन्यवाद देने से भी पीछे नहीं रहें.
उन्होने कहा कि इस घड़ी में मेरा छोटा भाई तेजस्वी मेरे साथ रहा.
हल पर मेरा और मेरे परिवार का हाल लेता रहा. यही नहीं कांग्रेस,
भाजपा के साथ ही जदयू के भी कई नेताओं का फोन आया , उन्होने हमारा हाल चाल जानने की कोशिश की.
कौन है वह दगाबाज मंत्री, नहीं मिल रहा जवाब
वह केन्द्रीय मंत्री कौन है,
बार-बार उकेरने के बावजूद चिराग पासवान ने उस केन्द्रीय मंत्री का नाम लेने से बचते रहें.
रिपोर्ट- शक्ति