डिजीटल डेस्क : Breaking – मदरसे पर योगी सरकार का एक्शन, हुआ सील, पढ़ाया जा रहा था – आरएसएस एक बड़ा आतंकवादी संगठन। सीएम योगी कुछ समय के लिए प्रयागराज पहुंचे तो पुलिस ने संदिग्ध गतिविधियों के चलते निशाने पर आए मदरसे पर बुधवार को कड़ा एक्शन लेने में देर नहीं लगाई।
आरएसएस को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन बताकर बच्चों को तालीम देने वाले मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद आजम को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। बुधवार को पुलिस ने मदरसे को खाली करा दिया।
साथ ही निर्माण अनाधिकृत होने और बिना मान्यता के चलतने के कारण मदरसे को सील कर दिया गया। यहां रहने वाले 106 बच्चों को वापस उनके घर भेज दिया गया। इसके साथ ही उन्हें तालीम देने वाले आठ शिक्षक भी अपने घर चले गए।
मदरसा जामिया हबीबिया आईबी टीम ने करवाया एक्शन
प्रयागराज के अतरसुइया स्थित जिस मदरसे में नकली नोट छापने का भंडाफोड़ हुआ था, वहां बच्चों को तालीम दिए जाने के क्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को लेकर नफरत भी घोली जा रही थी।
यहां तालीम पाने वाले बच्चों का ब्रेनवॉश किया जा रहा था और उन्हें पढ़ाया जा रहा था कि आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन है।
इसी मदरसे में नकली नोट छापने के खेल के भंडाफोड़ के दिन ही आईबी की टीम ने जेल भेजे जाने से पहले मौलवी तफसीरुल व जाहिर समेत चार आरोपियों से लंबी पूछताछ की थी। बुधवार दोपहर जांच को आगे बढ़ाने के क्रम में ही आईबी की टीम मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद आजम में पहुंची।
बिना मान्यता के चलाने के कारण मदरसे को सील कर दिया। किताब को कब्जे में लेने के साथ ही आईबी ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। अब इस बिंदु पर भी जांच शुरू हो गई है कि मदरसे में बच्चों को पढ़ाने की आड़ में राष्ट्रविरोधी गतिविधियां तो नहीं संचालित की जा रही थीं।
महाराष्ट्र के पूर्व आईजी द्वारा लिखित विवादास्पद किताब से खुला भेद
मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद आजम में आरएसएस को लेकर नफरत का जहर फैलाने का खुलासा तब हुआ, जब मौलवी के कमरे की तलाशी के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीम को विवादास्पद किताब बरामद हुई। खास बात है कि इस किताब के लेखक महाराष्ट्र के पूर्व आईजी एमएम मुशर्रफ हैं।
आईबी की टीम मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिदे आजम में मौलवी के कमरे की तलाशी ली तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कमरे से एक विवादास्पद किताब मिली, जिसका शीर्षक ही ‘आरएसएस देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन’ है।
किताब में भीतर मालेगांव व समझौता एक्सप्रेस जैसी कई आतंकी घटनाओं का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही मालेगांव 2008 मामले के आरोप पत्र के कुछ अंश व उद्धरण भी बतौर अनुलग्नक समाहित किए गए हैं।
तलाशी के दौरान मौलवी के कमरे से स्पीड पोस्ट की पावती भी बरामद हुई हैं। यह स्पीड पोस्ट मौलवी खुद अपने नाम से करता था। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि वह स्पीड पोस्ट से किस तरह का पत्राचार या पार्सल भेजने का काम किया करता था।
प्रयागराज के डीसीपी नगर दीपक भूकर ने बताया कि इस मदरसे से एक विवादास्पद किताब बरामद हुई है जिसके संबंध में विस्तृत जांच पड़ताल की जा रही है।