1932 खतियान लागू कराने के लिए लोगों ने बोकारो से धनबाद के लिए लगाई दौड़
बोकारो : 1932 खतियान लागू कराने के लिए लोगों ने बोकारो से धनबाद के लिए लगाई दौड़- भाषा
आंदोलन के बाद अब 1932 खतियान का आंदोलन और तेज होने लगा है.
पूरे झारखंड में 1932 खतियान को लेकर झारखंड के लोग मांग कर रहे हैं.
और सरकार को घेरने की कोशिश की जा रही है.
हालांकि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा की सरकार ने भी
अपनी चुनावी घोषणा पत्र में 1932 की खतियान लागू करने की बात कही थी.
मगर सरकार बने इन ढाई सालों में इस पर अभी तक अमल नहीं हो पाया है.
वहीं सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो ने भी अब जेएमएम से बगावत कर झारखंडियों की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए हैं. बोकारो में आज इस मांग को लेकर बोकारो से धनबाद तक दौड़ लगाई गई. जिसमें पूर्व विधायक भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि किसी भी सूरत पर 1932 खतियान के अधिकार को लेकर रहेंगे.
21 बीते जाने के बाद भी झारखंडियों को नहीं मिली पहचान- अमित महतो
उन्होंने कहा कि झारखंड बने 21 साल हो गए हैं, लेकिन अभी तक झरखंड के लोगों को उनकी पहचान नहीं मिल पाई है. वे लोग अपने हक और अधिकार से अभी भी वंचित है. उन्होंने कहा कि हमारी पहचान 1932 का खतियान है. जिसके हाथों में 1932 का खतियान है वही झारखंडी है. उनको ही यहां की चतुर्थवर्गीय नियुक्तियों में अधिकार मिलना चाहिए, लेकिन झारखंड के सरकार यहां के लोगों के साथ खेल खेल रही हैं.
रिपोर्ट : चुमन कुमार