रांची. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने न्यूज 22स्कोप से बात करते हुए कहा कि महाकुंभ में भगदड़ के दौरान 25 से 30 हजार लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि भगदड़ में मौत के आंकड़ों को छुपाया गया है। जेसीबी से मलबे को खपाया गया। महाकुंभ में पहुंचे हजारों की संख्या में गाड़ियों का कोई लेखा जोखा नहीं है।
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महाकुंभ में 25 से 30 हजार लोगों की हुई मौत
दरअसल, राष्ट्रीय जल विज्ञान परियोजना अंतर्गत स्टेट डाटा सह ट्रेनिंग सेंटर एवं वाटर क्वॉलिटी लैब का उद्घाटन करने आज अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन पहुंचे। इस दौरान उन्होंने न्यूज 22स्कोप से बात करते हुए कहा कि महाकुंभ में भगदड़ के दौरान 25 से 30 हजार लोगों की मौत हुई है। भगदड़ में मौत के आंकड़ों को छुपाया गया है।
बता दें कि, रांची सहित राज्यवासियों के लिए पानी की गुणवत्ता जांच के लिए वाटर क्वॉलिटी लैब बनाया गया है। इसमें पेयजल और कृषि योग्य जल की टेस्टिंग होगी। लोगों को गुणवत्तापूर्ण पेयजल मिले, इसको लेकर सरकार ने यह लैब बनाया है।
महाकुंभ में भगदड़
बता दें कि, इस साल 13 जनवरी को महाकुंभ शुरू हुआ था। यह 26 फरवरी तक चलेगा। इसमें अब तक 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगा चुकी है। वहीं मौनी अमावस्या के दिन 29 और 30 जनवरी की दरमियानी रात 2 बजे के करीब प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ मची थी। इसमें 30 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि मौत पर प्रशासन के आंकड़े पर विपक्ष सवाल उठा रहा है। विपक्ष का कहना है कि भगदड़ में हुई मौत के आंकड़े को सरकार छिपा रही है।