शिक्षकों की बढ़ी टेंशन, सरकार ने दिया बोरा बेचने का निर्देश तो बीजेपी ने घेरा

रांची : सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की हालत अब ऐसी हो गई है कि उन्हें खुद पता नहीं चल पाता है कि उन्हें अगले दिन कौन सा काम करने का आदेश मिल जायेगा. अभी हाल ही में झारखंड सरकार ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को मिड डे मील में आया अनाज के बोरों को बेचने का निर्देश दिया है. अब इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई है. झारखंड बीजेपी ने इस फैसले पर सरकार को घेरा है.

झारखंड बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने शिक्षकों के द्वारा बोरा बेचने के निर्देश पर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार अब शिक्षकों से बोरा बेचवाने की जो निर्णय ली है वह दुर्भाग्यपूर्ण है. पहले से ही शिक्षकों को चुनाव कार्य में लगाया जाता है और कभी-कभी तो स्कूल भवन का ठेकेदार तक सरकार बना देती है. अब उनसे मिड डे मील में आया अनाज के बोरों को बेच कर हिसाब लेना इस सरकार की सोच को दर्शाता है.

प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जिनके जिम्मे पूरे राज्य के बच्चों में शिक्षा का अलख जगाना है वो अब बोरों की गिनती और उसकी बिक्री पर ध्यान देंगे. ये बिल्कुल ही दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है. राज्य सरकार अविलंब इस निर्णय को वापस ले. पहले शिक्षकों को ऐसा कोई निर्देश नहीं मिला था जो वे मिड डे मील में आया अनाज के बोरों को सहेज कर रख सके. लगभग सभी सरकारी स्कूलों में अनाज के बोरे सड़ गये हैं. ऐसे में अब इस तरह के निर्देश से शिक्षकों की टेंशन बढ़ गई है. सरकार इस फैसले को अविलंब वापस ले.

रिपोर्ट : मदन सिंह

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