डिजिटल डेस्क। HMPV को लेकर यूपी में गाजियाबाद समेत कई जिलों में एडवाइजरी जारी। HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के चीन में आतंक फैलने और फिर दुनिया में फैलने शुरू होने के साथ भारत में इसकी दस्तक मिलते ही देश का स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को इस संबंध में जरूरी गाइडलाइंस जारी किया है।
इस बीच यूपी में अभी तक HMPV का एक भी केस भले ही ना मिला हो लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ की पहल पर राज्य स्वास्थ्य विभाग ने अपने स्तर पर HMPV को जागरूकता बरतते हुए आमजन के लिए कई जिलों में एडवाइजरी जारी कर दी है। बाकी जिलों में भी जल्द ही इस एडवाइजरी का अनुपालन शुरू होगा।
प्रयागराज में शुरू हो रहे महाकुंभ के दौरान करोड़ों की संख्या में अभी से ही श्रद्धालुओं की आमद शुरू होने के क्रम को देखते हुए यूपी स्वास्थ्य विभाग जीरी रिस्क मोड में सभी जिलों और विशेषकर महाकुंभ मेला परिसर में विशेष ऐहतियात बरत रहा है।
यूपी स्वास्थ्य विभाग की HMPV को लेकर एडवाइजरी को जानें…
सीएम योगी आदित्यनाथ का संकेत मिलते ही तुरंत ही HMPV को लेकर यूपी का स्वास्थ्य विभाग भी एक्टिव मोड में है। राज्य स्वास्थ्य विभाग की एडवाइजरी में भी सतर्क और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है। सरकारी अस्पताल प्रबंधन को भी ओपीडी में पहुंचने वाले खांसी-जुकाम, बुखार और सांस वाले रोगियों की जानकारी देने को कहा गया है। ऐसे मरीजों की जानकारी कर उनकी निगरानी की जाएगी।
साथ ही उपचार के लिए अतिरिक्त दवा और बेड आरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया गया है कि HMPV यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस श्वसन तंत्र रोगों के समान ही सामान्य सर्दी-जुकाम एवं फ्लू जैसे लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में फैलता है।
खासकर यह शीत ऋतु में विभिन्न श्वसन तंत्र संबंधित रोगों सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इलनेस और इंफ्लूएंजा की आशंका बढ़ जाती है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
HMPV को लेकर यूपी स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि क्या करें और क्या ना करें…
HMPV को लेकर संजीदगी से सजगता और सतर्कता बरतने के क्रम में यूपी में सभी केंद्रीय और राजकीय चिकित्सालयों पर पहुंचने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ ही आमजनों के लिए जरूरी सलाह देने का काम शुरू कर दिया गया है। इस क्रम में उन्हें बताया जा रहा है कि HMPV के संक्रमण की आशंका को निर्मूल करने के लिए क्या करें और क्या ना करें।
यह करें – बच्चों और बुजुर्गों या किसी अन्य गंभीर रोग से ग्रसित लोग विशेष सावधानी बरतें, छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रुमाल का इस्तेमाल करें, अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन कर पौष्टिक आहार लें, सर्दी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श लें, भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें एवं साबुन से हाथों को साफ करें और लक्षण होने पर स्वस्थ लोगों से दूरी बनाकर रखें।
यह ना करें – इस्तेमाल किए गए टिश्यू पेपर और रूमाल का दोबारा उपयोग न करें, लक्षण ग्रसित लोगों से नजदीकी संपर्क से बचें, बिना चिकित्सा परामर्श के औषधि का इस्तेमाल न करें, बार-बार आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें और हाथ मिलाने से परहेज करें।
गलन वाली ठंड के दौरान देखने को मिल सकता है HMPV का संक्रमण, बरतें सतर्कता…
यूपी में सीएम योगी की पहल की शुरू हुए HMPV संबंधी जागरूकता कार्यक्रम के तहत केंद्रीय और राज्य सरकारी चिकित्सालयों में पहुंच रहे मरीजोंं एवं उनके परिजनों को इस संबंध में जागरूक किया जाना शुरू कर दिया गया है।
बताया जा रहा है कि HMPV के लक्षण ज्यादातर 14 साल से कम उम्र के बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवतियों में ही दिखते हैं। करीब 24 साल पुराने इस HMPV वायरस के संक्रमण से खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में दिक्कत होती है। गलन भरी ठंड के साथ ही वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गाजियाबाद, नोएडा और लखनऊ के अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है।
खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चे निमोनिया की चपेट में आ रहे हैं। यूपी के राजकीय चिकित्सालयों में तैनात डॉक्टरों के अनुसार सर्दी, जुकाम होने पर लापरवाही के कारण तबीयत बिगड़ रही है। ऐसे में तबीयत खराब होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।