पटना: अधिक पैसा कमाने के चक्कर में विदेश जा कर अक्सर राज्य के युवा गलत लोगों के चंगुल में फंस जाते हैं। मामले में बिहार की आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ा खुलासा किया है। मामले में ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने खुलासा करते हुए कहा कि हमने अब तक 374 लोगों का डाटा निकाला है जो थाईलैंड, म्यांमार जैसे देशों में नौकरी के लिए गए और वहां एजेंटों ने उन्हें बेच दिया।
हमने प्रोटेक्शन ऑफ़ इमिग्रेंट्स डेस्क से और पासपोर्ट से जानकारी ले कर सत्यापन करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब तक के पड़ताल से हमें 199 युवकों की जानकारी मिली है जिन्हें विदेश में कैद कर रखा गया है। हमलोग अपने डेस्क के माध्यम से उन्हें निकालने की कवायद में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि विदेश जाने वालों सबसे अधिक युवक गोपालगंज हैं साथ ही राज्य के अन्य जिलों से भी युवक अधिक पैसे कमाने के लिए विदेश जाते हैं और उन्हें वहां कैद कर लिया जाता है।
ऐसा कई मामला सामने आया है जिसमें युवकों को विदेश भेजने वाली एजेंसी विदेश भेजने का झांसा देकर विदेश भेज देती है जहां जा कर उनकी जिंदगी नरक बन जाती है। उन्होंने बताया कि हमने 8 ट्रेवल एजेंट को भी चिह्नित किया है। ईओयू के डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि हमलोग साइबर अपराध की दिशा में भी काम कर रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं।
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पटना से चंदन तिवारी की रिपोर्ट
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