हजारीबाग: एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव हत्याकांड का पुलिस ने सोमवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने शूटर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मिंटू कुमार, राहुल मुंडा, मनोज माली और अजय यादव शामिल हैं।
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हजारीबाग रेंज के डीआईजी संजीव कुमार ने बताया कि मिंटू कुमार ने ही गोली चलाई थी, जबकि राहुल मुंडा बाइक चला रहा था, मनोज माली ने रेकी की थी, और अजय यादव ने हथियार सप्लाई किया था। पुलिस अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
हत्या की साजिश और अपराधियों की गिरफ्तारी
घटना 8 मार्च को सुबह 9:30 बजे कटकमदाग थाना क्षेत्र के फतहा चौक पर हुई थी।
अमन साहू गैंग ने क्षेत्र में दहशत फैलाने और रंगदारी वसूली के लिए इस हत्या को अंजाम दिया।
7 मार्च को भी हत्या की साजिश रची गई थी, लेकिन तब वे विफल रहे।
अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें झारखंड के निकटवर्ती राज्यों में भी गई थीं।
सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया।
जब्त किए गए सामान
पुलिस ने अपराधियों से अमेरिका में बनी 7.65 बोर की पिस्टल बरामद की, जिससे कुमार गौरव को तीन गोलियां मारी गई थीं।
इसके अलावा:
घटना में प्रयुक्त लाल रंग की बिना नंबर की पल्सर बाइक
पांच मोबाइल फोन
घटना के दौरान पहने गए हेलमेट, जैकेट, टी-शर्ट, जींस और जूते भी बरामद कर लिए गए हैं।
गैंग का मकसद और अपराधियों की रणनीति
डीआईजी ने बताया कि इस हत्या का मकसद ट्रांसपोर्टर, आउटसोर्स कंपनियों (बीजीआर, रित्विक, त्रिवेणी सैनिक) के कर्मचारियों में दहशत फैलाना और रंगदारी वसूलना था।
गैंग में नए लड़कों को शामिल कर उन्हें मासिक रकम दी जाती थी।
आपस में बातचीत के लिए स्पेशल मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए थे।
पुलिस इस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान जारी रखे हुए है।