पटना : गौरीचक में सुरक्षाबलों को सरेआम पीटने वाले अब भी कानून की गिरफ्त से बाहर है. उनकी गिरफ्तारी नहीं होने पर पुलिसकर्मी आक्रोशित है. पुलिसकर्मियों का मानना है कि गौरीचक थाना अध्यक्ष इस मामले में लापरवाही बरत रहे हैं. जिसके कारण पुलिसकर्मियों की इज्जत, मान-सम्मान भी चली गई है और अब गश्त करने में उन लोगों को शर्म महसूस होती है. बता दें कि 2 जनवरी को वाहन चेकिंग के दौरान सरेआम बीच सड़क पर आधा दर्जन से अधिक बदमाशों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया. इतना ही नहीं, बदमाश पुलिसकर्मियों को खींचकर लात-घूसा और लाठी-डंडों से बुरी तरह बीच सड़क पर पिटाई करते रहे. इस दौरान बदमाशों ने होमगार्ड जवान को लात-घूसा से मार कर मुंह फोड़ डाला और उनका राइफल भी छीनने की कोशिश की. बदमाशों से पिटाई खाते देख पुलिसकर्मियों को वहां से गुजर रहे आम लोगों ने भी बचाने की जहमत नहीं उठाई और लोग तमाशबीन बने रहे.
इस मारपीट और पुलिस पर जानलेवा हमले का वीडियो वायरल हो रहा है. हैरानी वाली बात है कि राइफल और और कार्बाइन लिए पुलिस वाले चंद बदमाशों के हाथों बुरी तरह पीटते रहे लेकिन कोई पुलिसकर्मी हवाई फायरिंग तक नहीं कर पाया. इस मामले में गौरीचक थाना में चार नामजद समेत अन्य अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है. गौरीचक थाना अध्यक्ष लालमणि दुबे ने बताया है कि इस मामले में गौरीचक थाना में चार नामजद समेत अन्य लोगों के खिलाफ पीएसआई बमबम कुमार के बयान पर मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस पर हमला करने वालों की तलाश सरगर्मी से की जा रही है.
रिपोर्ट : उमेश चौबे
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