रांची: बोकारो के तेतुलिया में 103 एकड़ वन भूमि घोटाले की जांच में ईडी ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की। जांच एजेंसी ने झारखंड और बिहार के कुल 16 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। ये छापेमारी रांची, बोकारो, धनबाद और बिहार के बांका जिले के बौंसी में की गई। बौंसी में नकदी मिलने की सूचना के बाद पंजाब नेशनल बैंक के कर्मचारियों को नोट गिनने की मशीन के साथ बुलाया गया।
ईडी को सूचना मिली थी कि इस जमीन की खरीद-बिक्री फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की गई, और फिर सरकारी नियमों की अनदेखी कर कब्जा किया गया। इसके बाद मंगलवार सुबह 6:30 बजे ईडी की टीमें एक साथ हर ठिकाने पर पहुंचीं। सबसे अधिक 10 ठिकानों पर छापेमारी बोकारो में हुई, जो देर शाम तक जारी रही। रांची में राजवीर कंस्ट्रक्शन के हरिओम टावर स्थित कार्यालय और आवास पर भी छापेमारी की गई।
मामला वर्ष 2022 से जुड़ा है, जब बोकारो में कुछ अधिकारियों ने वन विभाग की 74.38 एकड़ जमीन एक निजी कंपनी को आवंटित कर दी थी। जनवरी 2025 में बोकारो के वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार ने आयुक्त को शिकायत कर बताया कि अधिकारियों ने 10 डिसमिल की जमीन को फर्जी दस्तावेजों और शुद्धि पत्र में हेराफेरी कर 74.38 एकड़ दिखा दिया।
इस घोटाले में जब महेंद्र मिश्रा को जानकारी हुई, तो उन्होंने इजहार हुसैन, अख्तर हुसैन, रहमत हुसैन, ललन सिंह और शैलेश सिंह के खिलाफ वर्ष 2024 में प्राथमिकी दर्ज कराई। अब ईडी इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है।