नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। बीती रात भारत की वायुसेना ने पाकिस्तान के रफीकी, मुरीद, चकलाला, रहीम यार खान, सुक्कुर और चुनियां स्थित सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले कर बड़ी तबाही मचाई है। पाकिस्तान के सियालकोट और बसूर स्थित रडार सिस्टम को भी निशाना बनाया गया, जबकि इसके एविएशन बेस भी प्रिसिशन एम्युनिशन से ध्वस्त कर दिए गए। उधर, पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई में श्रीनगर, अवंतीपुरा, उधमपुर सहित पंजाब के एयरबेसों को निशाना बनाया, जहां मिसाइल हमले में चिकित्सा केंद्र और स्कूल परिसर को नुकसान पहुंचा है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, पाकिस्तान ने बीते 48 घंटों में पश्चिमी मोर्चे पर 26 से अधिक घुसपैठ की कोशिशें कीं, जिसमें ड्रोन और लंबी दूरी के हथियार शामिल थे। पंजाब के आदमपुर, भुज और भटिंडा एयरबेसों पर रात 1:40 बजे हाई-स्पीड मिसाइलें दागी गईं। हालांकि, भारतीय वायुसेना ने सभी प्रयासों को विफल कर दिया और त्वरित जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कमांड कंट्रोल सेंटर, रडार, हथियार डिपो और लॉजिस्टिक्स ठिकानों को निशाना बनाया।
सेना की मूवमेंट और जमीनी युद्ध का संकेत
सेना सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान अपनी सेना की तैनाती एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बढ़ा रहा है। उधमपुर, पठानकोट और जम्मू के आसपास पाकिस्तान की रेंजर्स और इन्फेंट्री ब्रिगेड की मूवमेंट दर्ज की गई है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, पाकिस्तान अब हवाई हमलों में भारी नुकसान के बाद जमीनी युद्ध के मोर्चे पर सक्रियता बढ़ा रहा है।
भारतीय सेना ने अब तक नागरिक इलाकों पर हमला नहीं किया है और केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर अपनी रणनीति स्पष्ट की है। रक्षा मंत्री की अगुवाई में सीडीएस और तीनों सेना प्रमुखों के साथ चल रही समीक्षा बैठकों में निर्देश दिए गए हैं कि पाकिस्तान की ओर से की गई हर फायरिंग का जवाब उसी भाषा में दिया जाए।
फेक न्यूज और प्रोपेगेंडा का सहारा ले रहा पाकिस्तान
सरकारी सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान लगातार अपने हमलों में बढ़ा-चढ़ाकर झूठी जानकारी फैला रहा है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने सोशल मीडिया के जरिए झूठे दावे किए हैं, जिन्हें भारत सरकार ने सिरे से खारिज किया है और उनके सबूत पेश किए हैं। पाकिस्तानी संसद में भी सेना की विफलता को लेकर सवाल उठने लगे हैं।