
रांची: राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार ने झारखंड के दो प्रमुख विश्वविद्यालयों के शीर्ष पदों पर नए प्रभार की घोषणा की है। नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय, मेदिनीनगर के कुलपति प्रो. डीके सिंह को रांची विश्वविद्यालय (आरयू) के कुलपति का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यह आदेश 21 जून 2025 से प्रभावी होगा और प्रो. सिंह अगले आदेश तक केवल रूटीन कार्य देखेंगे। किसी भी पॉलिसी मैटर पर निर्णय लेने से पहले राज्यपाल की अनुमति अनिवार्य होगी।
इसी क्रम में, डॉ. तपन कुमार शांडिल्य का कार्यकाल समाप्त होने के बाद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) रांची के कुलपति का अतिरिक्त दायित्व दक्षिण छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त अंजनी मिश्रा को सौंपा गया है।
रांची विश्वविद्यालय के निवर्तमान कुलपति डॉ. अजीत कुमार सिन्हा ने अपना तीन वर्षीय कार्यकाल 20 जून को पूरा किया, जबकि डीएसपीएमयू के कुलपति डॉ. शांडिल्य का कार्यकाल 21 जून को समाप्त हो गया।
प्रो. डीके सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता विश्वविद्यालय में सत्र को नियमित करना है। उन्होंने शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने और विद्यार्थियों की कक्षा में सहभागिता बढ़ाने के लिए कदम उठाने की बात कही। साथ ही उन्होंने प्रयोगशालाओं के अधिक उपयोग और उन्हें बेहतर बनाने पर भी जोर दिया। मूल रूप से उत्तराखंड निवासी प्रो. सिंह को 3 मार्च 2025 को एनपीयू का कुलपति नियुक्त किया गया था, और 12 मार्च को विनोबा भावे विश्वविद्यालय का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया था, जहाँ उन्होंने दो माह तक कार्य किया।
उन्होंने बताया कि शनिवार को वे रांची विश्वविद्यालय में अपना प्रभार ग्रहण करेंगे। जेएसओयू (झारखंड स्टेट ओपन यूनिवर्सिटी) के कुलपति के चयन पर भी जल्द निर्णय लिया जाएगा।