रांची. केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) के सांख्यिकी विभाग एवं गणित विभाग द्वारा चेरी-मनातू परिसर में राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया गया। इस अवसर पर ज्ञानवर्धक व्याख्यानों और संवाद सत्रों की एक श्रृंखला आयोजित की गई।
प्रो. के. बी. पंडा, नैक प्रमुख, ने मुख्य वक्तव्य प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस के योगदान और भारत में सांख्यिकी के विकास पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनआईटी राउरकेला से प्रो. सुचंदन कायल थे। उन्होंने अपने ऑनलाइन व्याख्यान “यूक्लिडीय दूरी और महालनोबिस दूरी की संकल्पनाओं” पर विस्तृत रूप से चर्चा की।
स्कूल ऑफ नेचुरल साइंसेज, झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के डीन प्रो. मनोज कुमार ने अपने संबोधन में दैनिक जीवन में सांख्यिकी के महत्व को रेखांकित किया और विद्यार्थियों का ज्ञानवर्धन किया। कार्यक्रम की शुरुआत अपराह्न 3:30 बजे डॉ. भगवती देवी के संचालन से हुई। इसके पश्चात स्वागत भाषण डॉ. पी.के. परिड़ा द्वारा दिया गया। दीप प्रज्वलन और विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।
डॉ. हृषिकेश महतो ने विभागों की प्रगति एवं गतिविधियों की जानकारी साझा की। कार्यक्रम का समापन डॉ. रत्नेश कुमार मिश्रा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ। यह आयोजन शैक्षणिक दृष्टिकोण से अत्यंत समृद्ध रहा और सांख्यिकी के राष्ट्रीय विकास में योगदान को सम्मानपूर्वक रेखांकित किया गया।