रांची: कम समय में पैसे को दोगुना-पांच गुना करने का झांसा देकर रांची के एक प्रतिष्ठित शिशु रोग विशेषज्ञ की पत्नी से 23.95 लाख रुपये की ठगी करने वाले आरोपी को सीआइडी की साइबर थाना पुलिस ने उत्तर प्रदेश पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान 39 वर्षीय विजय प्रकाश के रूप में हुई है, जो लखनऊ के जानकीपुरम थाना क्षेत्र के अजनहरकला गांव का निवासी है।
सीआइडी की साइबर टीम ने उसके पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड, दो क्रेडिट कार्ड, एक आधार कार्ड और एक पैन कार्ड बरामद किया है।
ठगी ऐसे दी गयी अंजाम:
ठगी की प्राथमिकी छह मई 2025 को दर्ज कराई गई थी। पीड़िता ने बताया कि उन्होंने यूट्यूब पर चल रहे एक विज्ञापन “Advertisement Smallcase: Stock Investment” पर क्लिक किया, जिसके बाद उन्हें एक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। ग्रुप में निवेश के एवज में कम समय में पांच से दस गुणा रिटर्न देने का झांसा दिया गया। विश्वास में लेकर उनसे विभिन्न बैंक खातों में 23.95 लाख रुपये जमा करवा लिए गए।
साइबर डीएसपी ने दी सावधानी बरतने की सलाह:
साइबर डीएसपी नेहा बाला ने बताया कि आजकल वाट्सएप, टेलीग्राम, यूट्यूब और गूगल एड्स के माध्यम से इन्वेस्टमेंट के फर्जी लिंक भेजे जा रहे हैं। उन्होंने कहा:
किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
अनवेरिफाइड एप्लीकेशन या वेबसाइट पर अपनी जानकारी न दें।
किसी बैंक खाते या यूपीआई आईडी में पैसे जमा करने से पहले जांच करें।
निवेश सिर्फ सरकार द्वारा अधिकृत एप्स या प्लेटफॉर्म्स पर ही करें।
बैंक खाते में तीन दिन में आया 80.89 लाख रुपये:
जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी के इंडसइंड बैंक खाते में महज तीन दिनों में 80.89 लाख रुपये जमा हुए थे। नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल पर उस खाते के खिलाफ 36 मामले दर्ज हैं। इनमें हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, उत्तरप्रदेश, झारखंड समेत कुल 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से शिकायतें आई हैं।
यदि आप ठगी के शिकार हों:
साइबर सेल ने नागरिकों से अपील की है कि यदि वे किसी साइबर फ्रॉड के शिकार हों तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या https://www.cybercrime.gov.in वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराएं। साथ ही, नजदीकी साइबर थाना या साइबर सेल में संपर्क करें।