अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बयान दिया है। उन्होंने गुवाहाटी में मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में कोई राम लहर नहीं है। साथ ही प्राण प्रतिष्ठा को पीएम मोदी का कार्यक्रम बताया। साथ ही न्याय यात्रा पर एफआईआर पर राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री हिमंता बिश्वा सरमा पर भी निशाना साधा और उन्हें देश का सबसे करप्ट मुख्यमंत्री बताया।
वहीं न्याय यात्रा पर बीजेपी का विरोध पर राहुल गांधी ने कहा कि जब हमने पिछली बार यात्रा निकाली थी तो भाजपा कहती थी कि हमारी यात्रा का कोई असर नहीं होगा। लेकिन कन्याकुमारी तक पहुंचते-पहुंचते इस यात्रा ने सफलता के कीर्तिमान रच दिए। इसीलिए इस बार शुरू से ही यात्रा को डिस्टर्ब किया जा रहा है। राहुल गांधी ने कहा कि इस विरोध का कोई असर नहीं होने वाला है।
हमारी यात्रा रोक रही बीजेपी- राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि हमारी यात्रा के दौरान कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ। भाजपा के लोग मेरी तरफ हाथ हिला रहे थे, मैं उनकी तरफ फ्लाइंग किस दे रहा था। साथ ही राहुल गांधी ने यह भी कहा कि हमारी न्याय यात्रा रोककर असम के मुख्यमंत्री हमारी एक तरह से मदद ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें कॉलेज जाने से रोका, कॉलेज के लोग बाहर आ गए। मैंने छात्रों को संबोधित किया। राहुल ने कहा कि यह लोग बजरंग दल की यात्रा नहीं रोकते, हमारी रोक रहे हैं।
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पहले ही स्पष्ट रूप से कहा दिया था कि वे 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं शामिल होंगे। राहुल गांधी ने कहा था कि वे सभी धर्मों का सम्मान करते हैं, लेकिन बीजेपी धर्म विशेष की राजनीति करती है। यह इवेंट एक राजनीति है। इसलिए हम नहीं जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने ये भी कहा था कि उनके सहयोगी दल के नेता या कांग्रेस के अन्य नेता इस कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।