नई दिल्ली : तालिबान का काबुल तक पहुंचना और राष्ट्रपति भवन को कब्जा करने के बाद भारत सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने वहां रह रहे नागरिकों को सुरक्षित वापस लाने के लिए एयर इंडिया की फ्लाइट को भेजा। काबुल से 129 भारतीयों को सुररक्षित लेकर एयर इंडिया की फ्लाइ AI244 दिल्ली पहुंच गई। इस बीच अफगानिस्तानी सेना को तालिबानी दिखने पर गोली मारने के आदेश दिए गए हैं।
हर घटना पर भारत सरकार की नजर
सरकार काबुल में भारतीय दूतावास के अपने कर्मचारियों और भारतीय नागरिकों की जान किसी भी कीमत पर जोखिम में नहीं डालेगी। इसीलिए आपात स्थिति में उन्हें बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया, ‘सरकार अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे घटनाक्रमों पर करीबी नजर रख रही है। हम काबुल में भारतीय दूतावास में अपने कर्मचारियों की जान खतरे में नहीं डालेंगे।’ यह पूछने पर कि काबुल में भारतीय कर्मचारियों और नागरिकों को कब निकाला जाएगा, इस पर उन्होंने कहा कि जमीनी हालात को देखते हुए फैसले लिए जा रहे हैं।
हालातों को देखते हुए एक भारतीय वायु सेना का विमान सी-17 ग्लोबमास्टर के एक बेड़े को लोगों और कर्मचारियों को निकालने के लिए तैयार रखा गया है। काबुल से मिल रही खबरों के मुताबिक, तालिबान के लड़ाकों ने शहर के बाहरी इलाकों में एंट्री कर ली है जिससे वहां रह रहे लोगों में डर और घबराहट पैदा हो गई है। पिछले कुछ दिनों में तालिबान ने अफगानिस्तान के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा जमा लिया है।
25 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा
तालिबान ने कंधार, हेरात, मजार-ए-शरीफ और जलालाबाद जैसे शहरों समेत 34 में से 25 प्रांतीय राजधानियों पर कब्जा जमा लिया है। हालांकि अफगानिस्तान के राष्ट्रपति भवन ने ट्वीटर पर कहा कि काबुल में हालात नियंत्रण में हैं और उस पर हमला नहीं किया गया है। हालांकि छिटपुट गोलीबारी की घटनाएं हुई हैं। उसने बताया कि अफगान सुरक्षा बल अपने अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ काम कर रहे हैं ताकि काबुल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।