Anger on Hathras Stampede : भोले बाबा पर भड़के श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी और बागेश्वर सरकार, बोले – हादसे का अपराध कबूल करे सूरजपाल

भोले बाबा का पक्ष सार्वजनिक होते ही अयोध्या स्थित प्रभु श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और बागेश्वर सरकार के नाम से मशहूर युवा संत धीरेंद्र शास्त्री का गुस्सा फूटा है।
  1. डिजीटल डेस्क : Anger on Hathras Stampede भोले बाबा पर भड़के श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी और बागेश्वर सरकार । हाथरस हादसे के बाद से ही निशाने पर चल रहे भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि भले ही शनिवार को मीडिया के सामने और सफाई दी लेकिन संत समाज में हादसे के बाद से अब तक के हालात पर भोले बाबा के प्रति खासा रोष है। हाथरस की घटना के बाद नारायण हरि साकार संतों के निशाने पर हैं। शनिवार को ही भोले बाबा का पक्ष सार्वजनिक होते ही अयोध्या स्थित प्रभु श्रीराम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास और बागेश्वर सरकार के नाम से मशहूर युवा संत धीरेंद्र शास्त्री का गुस्सा फूटा है। दोनों ने ही भोले बाबा के बयानों और रुख की तीखी आलोचना की है। दोनों ने ही सवालों के घेरे में आए भोले बाबा को हादसे के लिए जिम्मेवारी लेते हुए तत्काल अपना अपराध कबूल करने को कहा है।

राममंदिर के पुजारी सत्येंद्र दास बोले – हादसे के लिए अपना अपराध कबूल करे सूरजपाल जाटव

हाथरस हादसे के बाद पहली बार कैमरे के सामने भोले बाबा उर्फ सूरजपाल जाटव ने हादसे पर गहरा दुख जताया और कहा कि उपद्रवियों पर कार्रवाई की जाएगी। सूरजपाल के इस बयान पर अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने तीखी आलोचना की है। उन्होंने पूरे हाथरस हादसे के लिए सूरजपाल को जिम्मेदार ठहराया है और कहा कि उसके दुख व्यक्त करने का बयान पूरी तरह से गलत है क्योंकि वह घटना के बाद अंडरग्राउंड हो गया था। आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि जब घटना हुई, तब से वह भूमिगत था। अब कुछ दिनों बाद कह रहा है कि वह दुखद घटना से दुखी है तो यह पूरी तरह से गलत है। जो सत्संग का आयोजन करता है, वह उस दौरान होने वाली घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। इसीलिए यह हादसा उसकी जिम्मेदारी थी। उसे आगे आकर अपना अपराध स्वीकार करना चाहिए।

आस्ट्रेलिया रवाना होने से पहला हाथरस हादसे पर भोले बाबा के खिलाफ बागेश्वर सरकार पं. धीरेंद्र शास्त्री का गुस्सा फूटा
आस्ट्रेलिया रवाना होने से पहला हाथरस हादसे पर भोले बाबा के खिलाफ बागेश्वर सरकार पं. धीरेंद्र शास्त्री का गुस्सा फूटा

नारायण हरि साकार पर बागेश्वर सरकार का भी फूटा गुस्सा

ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले शनिवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने नारायण हरि साकार पर सवाल उठाए हैं। कहा है कि कोई कथावाचक जूता पहनकर कथा नहीं सुनाता है। उन्होंने वेशभूषा को लेकर सवाल उठाए हैं। साथ ही कहा है कि ऐसे लोगों से दूर रहने की जरूरत है। नारायण हरि साकार के पहनावे पर भी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सवाल उठाते हुए लोगों से अपील की है कि ऐसे लोगों से दूर रहे। बागेश्वर सरकार ने कहा कि कथावाचक या संत अपने से ज्यादा लोगों की चिंता करता है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमें जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार वह (भोले बाबा) परंपरा के साधु नहीं हैं। दूसरी बात यह है कि कुछ विचित्र स्थिति के कारण वहां घटना घटी है। तीसरी बात यह है कि जूता पहनकर प्रवचन करते हुए हमने किसी को पहली बार करते देखा है। चौथी बात यह है कि बाबा या महात्मा वही है जो अपनी रक्षा से ज्यादा भक्तों की रक्षा करे। पांचवीं बात यह है कि वहां निश्चित रूप से कुछ न कुछ रहा होगा। साथ ही तैयारियों में कुछ कमी रह गई होगी।

बागेश्वर सरकार ने ऐसी जगहों पर जाने से बचने की लोगों से की अपील

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने लोगों से अपील की है कि ऐसी जगहों पर जानें हमें बचना चाहिए। ऐसी जगहों पर कम जाएं और सावधानीपूर्वक जाएं। दूर से भी गुरु की दृष्टि पड़ जाए तो कल्याण हो जाता है। हाथरस की घटना के बाद से नारायण हरि साकार पर बागेश्वर सरकार सवाल उठा रहे हैं। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अब ऑस्ट्रेलिया रवाना हो गए हैं। अगले कुछ दिन वह वहीं पर रहकर हनुमान जी की कथा सुनाएंगे। बागेश्वर सरकार 18 जुलाई तक ऑस्ट्रेलिया में रहेंगे। वहां ब्रिस्बेन, मेलबर्न और सिडनी में कथा सुनाएंगे। बागेश्वर सरकार की कथाओं में भी बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। अब भारत ही नहीं, वह विदेशों में भी कथा सुनाने लगे हैं। पिछले दिनों बागेश्वर सरकार दुबई में थे।

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