डिजीटल डेस्क : Delhi में आतिशी राज शुरू, 5 मंत्रियों ने भी साथ में ली शपथ। Delhi में शनिवार शाम नई सरकार का गठन हो गया। इसी के साथ देश की राजधानी Delhi में नई सरकार की ताजपोशी हो गई। राज निवास में उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई।
इसके अलावा पांच विधायकों को भी कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। नई सरकार में गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज, इमरान हुसैन और मुकेश अहलावत मंत्री बने हैं।
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद पार्टी ने Delhi की कमान आतिशी को देने का फैसला किया था और शनिवार शाम को आतिशी के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण के साथ ही Delhi में अब आतिशी राज शुरू हो गया।
Delhi : नई सरकार में आतिशी ही सबसे युवा और शिक्षित
अरविंद केजरीवाल सरकार में शिक्षा मंत्री रहीं आतिशी ने शनिवार को दिल्ली की कमान संभाल ली। मुख्यमंत्री आतिशी कैबिनेट में सबसे पढ़े लिखे चेहरों में हैं। उन्होंने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से 2006 में एमएससी की है।
Delhi CM Oath Ceremony:आज से दिल्ली की कमान आतिशी के हाथ, राज्यपाल दिलाएंगे सीएम पद की शपथ
आतिशी ने चुनावी हलफनामे में खुद को समाजसेवक बताया है। इसके अलावा दो अन्य मंत्री गोपाल राय और कैलाश गहलोत की शैक्षिक योग्यता भी परास्नातक है। गोपाल राय ने खुद का पेशा समाजसेवा तो कैलाश गहलोत ने राजनीति बताया है। दो मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन ने खुद की शैक्षिक योग्यता स्नातक पेशेवर बताई है।
कंप्यूटर साइंस में बीटेक सौरभ भारद्वाज पेशे से सॉफ्टवेयर कंसल्टेंट हैं। इमरान हुसैन ने बिजनेस स्टडीज में स्नातक की डिग्री ली है और अपना पेशा राजनीति बताया है। वहीं सरकार में नया चेहरा मुकेश अहलावत 12वीं पास हैं और उनका पेशा व्यवसाय है।
इसी के साथ दिल्ली सरकार की नई कैबिनेट की औसत उम्र करीब 46 साल है। 2020 के विधानसभा चुनाव में कालकाजी सीट से जीतीं 43 वर्षीय मुख्यमंत्री आतिशी कैबिनेट में सबसे युवा हैं।
बल्लीमारान सीट से विधायक इमरान हुसैन आतिशी से महज 18 दिन बड़े हैं। 50 साल के कैलाश गहलोत इस कैबिनेट में सबसे उम्रदराज हैं। कैलाश गहलोत नजफगढ़ से विधायक हैं।
इसके अलावा तीन अन्य मंत्रियों सौरभ भारद्वाज की उम्र 44 साल, मुकेश अहलावत की 48 साल और गोपाल राय की 49 साल है।
आतिशी मंत्रिमंडल में कैलाश गहलोत हैं सबसे अमीर, मुकेश अहलावत दूसरे
आतिशी कैबिनेट में संपत्ति के मामले में कैलाश गहलोत सबसे आगे हैं। 2020 के चुनावी हलफनामे में कैलाश ने अपनी कुल संपत्ति 46.07 करोड़ रुपये बताई। इस मामले में दूसरा स्थान सुल्तानपुर माजरा से विधायक मुकेश अहलावत का है। मुकेश ने अपनी संपत्ति 6.18 करोड़ रुपये बताई थी।
तीसरे स्थान पर बल्लीमारान से एमएलए इमरान हुसैन हैं जिनकी 2020 में संपत्ति 1.413 करोड़ रुपये थी। संपत्ति के मामले में मुख्यमंत्री आतिशी चौथे स्थान पर हैं। 2020 में आतिशी ने अपनी कुल संपत्ति 1.412 करोड़ रुपये बताई थी।
पांचवें नंबर पर ग्रेटर कैलाश के विधायक सौरभ भारद्वाज हैं। सौरभ की 2020 में संपत्ति 1.09 करोड़ रुपये थी। इस कैबिनेट में सबसे कम संपत्ति वाले गोपाल राय हैं। 2020 के चुनावी हलफनामे में बाबरपुर विधायक गोपाल राय ने अपनी कुल संपत्ति 90.01 लाख रुपये घोषित थी।
दलित वर्ग से मुकेश अहलावत Delhi के आतिशी राज बने मंत्री
Delhi की कैबिनेट में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट सुल्तानपुरी से जीते मुकेश अहलावत नया चेहरा हैं। मुकेश अहलावत ने कैबिनेट में राजकुमार आनंद की जगह ली, जिन्होंने आबकारी नीति घोटाले का विरोध करते हुए पद से इस्तीफा दे दिया था।
वर्ष 2020 के चुनावी हलफनामे में आतिशी अपने खिलाफ एक केस दर्ज होने की जानकारी दी थी। इसके अलावा 2020 के शपथ पत्र के अनुसार, गोपाल राय के खिलाफ भी एक केस दर्ज था। चुनावी हलफनामे के अनुसार, यह केस लखनऊ के हसनगंज थाने में दर्ज किया गया था।
साल 2020 को अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार दिल्ली की सत्ता संभाली। केजरीवाल के साथ छह मंत्रियों में इमरान हुसैन ने भी शपथ ली थी। इमरान हुसैन को खाद्य एवं आपूर्ति, चुनाव का विभाग का प्रभार दिया गया था।
Delhi की तीसरी महिला सीएम बनीं आतिशी का सियासी सफर एकनजर में….
शीला दीक्षित और सुषमा स्वाराज के बाद आतिशी शनिवार को दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री बन गईं। दिल्ली में जन्मी और पली-बढ़ी आतिशी ने साल 2013 में आम आदमी पार्टी में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा था और 11 सालों में वह दिल्ली की सीएम बन गईं।
शराब नीति मामले में जेल से रिहा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया था। साल 2023 में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के शराब नीति मामले में जेल जाने के बाद आतिशी ने शिक्षा मंत्री का पद संभाला था।
वह दिल्ली कैबिनेट में मंत्री के रूप में वित्त, राजस्व, पीडब्ल्यूडी, बिजली, सेवा, महिला और बाल विकास विभाग भी संभाल चुकी हैं।
8 जून 1981 को आतिशी का जन्म दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय सिंह एवं त्रिप्ता वाही के घर में हुआ। वह दिल्ली में जन्मी और यही उनका लालन-पालन हुआ। द स्प्रिंगडेल्स स्कूल से स्कूली शिक्षा और दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद और इतिहास में ऑक्सफोर्ड से मास्टर डिग्री हासिल की।
उनके माता-पिता मार्क्स से प्रभावित थे। इस कारण उनका मध्य मध्य नाम मार्लेना रखा गया जो मार्क्स एवं लेनिन का संयोजन है लेकिन आतिशी ने साल 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले मार्लेना अपने नाम से हटा दिया।
साल 2006 में आतिशी की शादी वाराणसी के लंका इलाके निवासी प्रवीण सिंह से शादी हुई।
आतिशी साल 2013 में आम आदमी पार्टी में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा और मेनिफेस्टो ड्राफ्टिंग कमेटी की सदस्य बनाई गईं। साल 2015-2018 तक दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की सलाहकार रूप में पहले काम किया और फिर सक्रिय राजनीति में कदम रखा।
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल सत्याग्रह आंदोलन में हिस्सा लिया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में आतिशी ने पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं। साल 2020 के दिल्ली के कालकाजी विधानसभा केंद्र से जीत हासिल की। यहीं से उनका दिल्ली की राजनीति में उनका उदय हुआ।