विधायक ने परिजनों से की मुलाकात
दुमका : मृतका अंकिता की बड़ी बहन को विधायक बसंत सोरेन ने रविवार को नियुक्ति पत्र सौंपा.
वे आज दुमका के जरूवाडीह जाकर पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की और उनका ढांढस बंधाया.
इस दौरान विधायक ने पीड़िता की बड़ी बहन को नियुक्ति पत्र देकर उनके दुख को कम करने का प्रयास किया.
मौके पर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी भी उपस्थित रहे.
एकतरफा प्यार में सिरफिरे शाहरुख ने कर दी थी हत्या
बता दें कि 23 अगस्त को अंकिता दुमका के जरुवाडीह मोहल्ले में अपने घर में सोई हुई थी.
तभी लगभग 4 बजे पड़ोस के आरोपी शाहरुख हुसैन ने खिड़की से पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी.
परिजन उसे दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गए.
जहां प्राथमिक इलाज के बाद रिम्स रेफर कर दिया था.
लेकिन पांच दिन बाद 27 अगस्त को उसकी मौत हो गई.
आरोपी युवती से एकतरफा प्यार करता था, जब लड़की ने बात करने इंकार कर दिया तो उसने उसे मार डाला.
अंकिता: पुलिस कस्टडी में मुस्कुरा रहा था आरोपी शाहरुख
गौरतलब है कि जिंदा जलाई गई अंकिता सिंह की पांच दिन बाद मौत हो गई थी.वह जिंदगी की जंग लड़ रही थी.
आरोपी शाहरुख ने अंकिता को जलाकर मार दिया था. अंकिता पर शाहरुख ने फोन पर बात करने का दबाव बनाया था. अंकिता नहीं मानी तो उसके घर में घुसकर शाहरुख ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी. हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन वह जिंदगी से जंग हार गई. इस बीच शाहरुख का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस कस्टडी के अंदर वह मुस्कुरा रहा था.
आरोपी से बात नहीं करना चाहती थी अंकिता
मृतका अंकिता आरोपी शाहरुख से बात नहीं करना चाहती थी, इसीलिए उसने उसको जलाकर मार डाला. बताया जाता है कि अंकिता का नंबर शाहरुख ने कहीं से ले लिया था. इसके बाद उसे फोन करके परेशान कर रहा था. शाहरुख को अंकिता ने कई बार समझाया कि मुझे कॉल मत करो, लेकिन वह नहीं माना. नौबत धमकी तक आ गई. शाहरुख धमकी देने लगा कि अगर तुम मुझसे बात नहीं करोगी तो मैं तुम्हें मार डालूंगा. अंकिता ने शाहरुख की इस हरकत के बारे में परिवार को बताया. इससे पहले परिवार वाले कुछ कर पाते वारदात हो गई.
अंकिता: दुमका के लोगों में आक्रोश, फांसी की मांग
वहीं इस घटना से पूरे दुमका जिला और परिवार वालों में काफी आक्रोश और मातम छा गया था. इसको लेकर दुमका के विभिन्न हिंदू संगठनों ने विरोध मार्च और बंदी का एलान किया. साथ ही आरोपी शाहरुख को फांसी की सजा देने और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर कड़ी से कड़ी सजा देकर समाज में एक उदाहरण पेश करने की बात कही. फिलहाल मामला कोर्ट में है.
रिपोर्ट: आशिष बर्नवाल