पटना : बिहार के सीएम नीतीश कुमार के निर्देश के बाद बिहार के सभी सरकारी निजी विद्यालय, कोचिंग संस्थान और आंगनबाड़ी केंद्र 30 मई से आठ जून 2024 तक शिक्षण संस्थान बंद रखने का आदेश दे दिया गया है। ताकि भीषण गर्मी के प्रकोप से बच्चों को बचाया जा सके। विगत कुछ दिनों से अप्रत्याशित भीषण गर्मी के साथ लू के प्रकोप में बिहार राज्य के अधिकांस जिले हैं। जिलों में गया, औरंगबाद और कैमूर में तामपान 46 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा दर्ज किया जा रहा है। यही स्थिति कमोबेश अन्य सभी जिलों की भी है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भीषण गर्मी और भयंकर लू की आपदाजनक स्थिति को देखते हुए सारे स्कूल और कॉलेज को बंद करने का निर्देश दिया है। भीषण गर्मी और भंयकर लू की चपेट से राज्य में आपदा की स्थिति बन रही है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री नीतीश ने मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को निर्देश दिया है कि आवश्यकतानुसार वर्तमान स्थिति को देखते हुए स्कूलों को बंद करने के संबंध में समुचित कार्रवाई सुनिश्चित करें। ताकि स्कूली बच्चों को स्वास्थ्य प्रभावित न हो। सीएम ने मुख्य सचिव को यह भी निर्देश दिया है कि वे क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक आयजित कर वर्तमान परिप्रेक्ष्य में अन्य आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।
केके पाठक ने अपना आदेश बदला
आपको बता दें कि न्यूज 22Scope की मुहिम रंग लाई। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अपना आदेश बदल दिया है। प्रारंभिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को फिलहाल राहत दी गई है। आठ जून तक क्लास एक से आठ तक के स्कूल अब सुबह छह से 10 बजे तक ही संचालित होंगे। वहीं मिशन दक्ष और स्पेशल क्लासेज में कोई राहत नहीं है। जबकि पत्र के मुताबिक, शिक्षकों के लिए भी फिलहाल कोई राहत नहीं है। आगे-आगे देखिए होता है क्या।
बिहार के 3 जिलों में गर्मी से करीब 50 बच्चे बीमार हो गए थे
दरअसल, बिहार में भीषण गर्मी पड़ रही है। पारा करीब 44 के पार पहुंच चुका है। इस बीच बिहार के तीन जिले बेगूसराय, शेखपुरा और पटना जिला के बाढ़ से बेहद बुरी खबर आई। इन तीनों जगहों पर करीब 50 स्कूली बच्चे भीषण गर्मी से बीमार पड़ गए। जिसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया।
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विवेक रंजन की रिपोर्ट
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