छठ 2025 पर रांची से बिहार जाने वाली सभी बसें फुल, टिकट के लिए लंबी कतारें। यात्रियों की बढ़ती भीड़ से बस स्टैंडों पर अफरातफरी का माहौल।
Chhath 2025 Travel Rush: बस स्टैंडों पर अफरातफरी, टिकट न मिलने से लोग परेशान
रांची से बिहार जाने वाले यात्रियों की परेशानी इस बार छठ महापर्व के दौरान बढ़ गई है। राजधानी के खादगढ़ा, रातू रोड और धुर्वा बस स्टैंडों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ रही है। बसों की संख्या सीमित है और सभी बसों की सीटें फुल हो चुकी हैं।
झारखंड बस ऑनर एसोसिएशन के अनुसार, रांची से फिलहाल लगभग 150 बसें बिहार के विभिन्न रूटों पर चल रही हैं, जबकि टाटा से करीब 25 बसें रवाना हो रही हैं। लेकिन इन सभी बसों की सीटें 26 अक्तूबर तक पूरी तरह बुक हैं।
Key Highlights:
रांची से 150 बसें बिहार के लिए जा रही हैं, सभी सीटें फुल।
बस स्टैंडों पर टिकट के लिए लंबी कतारें और अफरातफरी।
यात्रियों में मायूसी, कई को लौटना पड़ा खाली हाथ।
बस संचालक बोले: “अगर सरकार टेंपररी परमिट दे, तो 100 अतिरिक्त बसें चलाई जा सकती हैं।”
किराये में बढ़ोतरी, कई यात्रियों ने कहा—”अब कार ही एक विकल्प बचा है।”
Chhath 2025 Travel Rush: बस संचालकों की मांग
झारखंड बस ऑनर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष किशोर मंत्री ने बताया—
“हम लोग चाहकर भी सभी यात्रियों को सेवा नहीं दे पा रहे हैं। यदि झारखंड सरकार अस्थायी परमिट दे और बिहार सरकार से समन्वय स्थापित करे, तो करीब 100 अतिरिक्त बसें चलाकर यात्रियों को राहत दी जा सकती है।”
उन्होंने कहा कि अधिकतर बसें बिहार से खाली लौट रही हैं, इसलिए थोड़ी सरकारी पहल से बड़ी संख्या में यात्रियों को राहत मिल सकती है।
रांची से खुलनेवाली बसें और किराया सूची
| स्थान | बसों की संख्या | किराया (₹ प्रति सीट) |
|---|---|---|
| मुजफ्फरपुर | 10 | 700 |
| बेतिया | 2 | 750 |
| छपरा-सिवान | 10 | 600 |
| पटना | 20 | 600 |
| भागलपुर | 8 | 700 |
| पूर्णिया | 3 | 800 |
| सिलीगुड़ी | 6 | 1000 |
| गया जी | 20 | 350 |
| आरा | 10 | 600 |
| समस्तीपुर | 4 | 600 |
| बेगूसराय | 3 | 550 |
| महनार | 2 | 500 |
(स्रोत: झारखंड बस ऑनर एसोसिएशन)
Chhath 2025 Travel Rush: विकल्प सीमित, यात्री परेशान
ट्रेन में सीटें पहले से ही फुल हैं और अब बसों में भी जगह नहीं है। ऐसे में कई लोग किराये की कार या टैक्सी से सफर करने को मजबूर हैं। हालांकि, बढ़ा हुआ किराया हर किसी की जेब पर भारी पड़ रहा है।
यात्रियों का कहना है कि अगर सरकार अतिरिक्त बसें चलवाए, तो हजारों लोगों को अपने घरों तक पहुंचने में राहत मिल सकती है।
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